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2026 में खाली हो रही राज्यसभा की 5 सीटें, बिहार के 3 नेताओं को दिक्कत नहीं लेकिन उपेंद्र कुशवाहा का मामला फंसा! Five Rajya Sabha seats will become vacant in 2026; three leaders from Bihar won't face any problems, but Upendra Kushwaha's case is complicated!

 

बिहार के लिए खाली हो रही राज्य सभा की पांच सीटों पर नजर टिका कर रखने वाले नेताओं को नए वर्ष में भारी निराशा हो सकती है। कहने को भले ही राज्यसभा में बिहार के 5 सदस्यों कार्यकाल पूरा होने जा रहा है, पर कुछ अप्रत्याशित राजनीति कारणों से किसी को फिर से मौका मिले इसकी बहुत ही कम उम्मीद है। मान सकते है कि राज्यसभा की पांच सीटों पर नए सदस्य लगभग तय है। जानिए किस्सा कुर्सी का।



राज्यसभा में बिहार के इन नेताओं के हो रहे कार्यकाल

इस नए वर्ष 2026 में पांच राज्यसभा सदस्यों के कार्यकाल पूरे होने हैं।इनमें राजद के प्रेम चंद गुप्ता और एडी सिंह हैं जिनका कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। जनता दल यूनाइटेड के दो राज्यसभा सदस्यों के भी कार्यकाल पूरे होने हैं। इनमें राज्यसभा के सभापति हरिवंश नारायण और रामनाथ ठाकुर शामिल हैं। पांचवीं सीट राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की है, जो खाली होगी। उपेंद्र कुशवाहा का कार्यकाल भी 9 अप्रैल, 2026 को समाप्त हो जाएगा।

राज्यसभा भेजने का गणित समझिए

बिहार विधानसभा में 202 विधायक NDA के हैं। शेष 41 विधायक अन्य दलों के हैं। राज्य सभा में पांच सीटों पर भेजने का गणित यह है कि 48 विधायक एक राज्यसभा सदस्य को चुन सकते हैं। चार राज्यसभा सदस्य बनाने में कुल 192 विधायक का योगदान लिया जायेगा। शेष 10 विधायकों से राज्यसभा का गणित तो तय नहीं होगा। पांचवीं सीट के लिए अन्य दलों के विधायकों का सहयोग लेना पड़ेगा।

इस गणित में महागठबंधन कमजोर

राज्यसभा में भेजने के लिए विधानसभा में संख्या बल का गणित NDA के पक्ष में है। महागठबंधन के पास विधायकों की यह संख्या नहीं है। जनता दल यूनाइटेड की बात करें तो इनके रणनीतिकार हरिवंश नारायण और राम नाथ ठाकुर को ही रिपीट करेंगे। हरिवंश नारायण तो राज्यसभा के सभापति ही हैं और रामनाथ ठाकुर तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में ही हैं। भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो दो नेताओं को वो भी राज्यसभा भेज सकती है। इनमें एक नाम तो तय है, और ये नाम है भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नवीन का। मंत्री पद से इस्तीफा देने और विधायक का भी पद छोड़ने के फैसले के बाद यह रास्ता खुलता है।उपेंद्र कुशवाहा की सीट फंसी!

चौथी और पांचवी सीट के लिए भी दो नाम तय माने जा रहे हैं। एक तो बिहार विधानसभा 2025 में समझौते के अनुसार एक सीट लोजपा रामविलास को मिलेगी। लोजपा रामविलास से चिराग पासवान की मां रीना पासवान का राज्यसभा जाना तय है। पांचवीं सीट पर रालोमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को दोबारा राज्यसभा भेजा जाएगा। मगर चौथी और पांचवी सीट को ले कर एक पेंच यह है कि जिसे भी ये सीट चाहिए होगी उसे वोटों का जुगाड़ करना पड़ेगा।

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