इंदौर। इंदौर नगर निगम के काम अक्सर खामियों के लिए चर्चित रहते हैं, लेकिन कभी-कभी कुछ ऐसे कार्य होते हैं, जो अपनी गुणवत्ता और सोच से लोगों का ध्यान खींच लेते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण शहर के रैनबसेरा किला मैदान का है, जिसे हाल ही में पूरी तरह संवारा गया है। शहर में कुल 11 रैनबसेरे हैं, लेकिन किला मैदान का रैनबसेरा अपनी सुविधाओं और व्यवस्था के कारण सबसे ज्यादा चर्चित है।
रैनबसेरे का नजारा अंदर प्रवेश करते ही सामान्य आश्रय स्थल से बिलकुल अलग प्रतीत होता है। यहाँ साफ-सुथरे बिस्तर, कम्बल, तकिए, नहाने के लिए गर्म पानी और पीने के लिए आर-ओ का ठंडा पानी उपलब्ध है। इसके अलावा टीवी की सुविधा, पढ़ने के लिए अखबार और हिंदी की धार्मिक पुस्तकें भी रखी गई हैं। निगम की वेस्ट से बेस्ट पहल की झलक इस रैनबसेरे में स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। बड़े खुले बरामदे में आकर्षक पेंटिंग, टायरों पर बैठने के लिए रंगीन रस्सियों की व्यवस्था और पुरानी लकड़ी से बनी बड़ी टेबलें परिसर को और अधिक आकर्षक बनाती हैं। उल्लेखनीय है कि इन टायरों को निगम के वर्कशॉप विभाग से स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्राप्त किया गया। सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखते हुए परिसर में सीसीटीवी कैमरों की निगरानी की गई है। महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग सुविधाघर और स्नानागार बनाए गए हैं, जिनमें गर्म पानी के हीटर भी लगे हैं। रैनबसेरे में हर रात लगभग 200 लोग ठहरते हैं और उनके नाम-पते रजिस्टर में दर्ज किए जाते हैं। इसके अलावा नगर निगम के अधिकारी समय-समय पर आकर लोगों से फीडबैक लेते हैं, जिससे सुविधाओं में निरंतर सुधार किया जा सके।
निगम कमिश्नर दिलीप कुमार यादव ने अपर आयुक्त नरेंद्र नाथ पांडे और उनकी टीम को इस रैनबसेरे को बेहतर बनाने का काम सौंपा था। अधिकारियों का कहना है कि किला मैदान का रैनबसेरा अब तक किए गए रैनबसेरों में सबसे बेहतर मॉडल साबित हुआ है। इसे भविष्य में अन्य स्थानों पर बनाए जाने वाले रैनबसेरों के लिए मॉडल के तौर पर अपनाया जाएगा। यह पहल न केवल यायावर और गरीब तबके के लोगों को राहत देती है, बल्कि नगर निगम की कार्यकुशलता और सामाजिक जिम्मेदारी को भी दर्शाती है।
Post a Comment