इंदौर। रालामंडल के बाद अब इंदौर को वन विभाग की ओर से एक और बड़ा और सुरक्षित पिकनिक स्पॉट मिल गया है। उमरीखेड़ा एडवेंचर ईको पार्क में जंगल की गोद में रात ठहरने का रोमांच अब इंदौरियों को खासा आकर्षित कर रहा है। सन्नाटे के बीच गूंजती वन्यजीवों की आवाजें, ठंडी हवा और प्राकृतिक माहौल का आनंद लेने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। नाइट स्टे के लिए बढ़ती अग्रिम बुकिंग इस बात का साफ संकेत है कि इंदौर में अब “फॉरेस्ट नाइट कल्चर” की शुरुआत हो चुकी है। वन विभाग इंदौर की फॉरेस्ट रेंजर संगीता ठाकुर ने बताया कि उमरीखेड़ा एडवेंचर ईको पार्क में दिन के समय पिकनिक, ग्रुप मीटिंग और लंच के लिए स्कूल, कॉलेज के छात्र, कॉलोनियों के रहवासी संघ, सामाजिक संगठन और पर्यावरण प्रेमी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। वहीं जंगल में रात ठहरने का अनुभव लेने वाले नेचर लवर्स नाइट स्टे के लिए दो से तीन सप्ताह पहले ही बुकिंग करा रहे हैं। आगामी 25 दिसंबर को क्रिसमस और नए साल 2026 के जश्न को देखते हुए नाइट स्टे की लगभग सभी तारीखें पहले ही फुल हो चुकी हैं।
इससे पहले रालामंडल अभयारण्य में जंगल के भीतर चार पहिया वाहनों से घूमने की नाइट सफारी की शुरुआत की गई थी। यह योजना तत्कालीन वन मंत्री विजय शाह के कार्यकाल में शुरू हुई थी। हालांकि कुछ ही समय बाद यह कहते हुए नाइट सफारी पर रोक लगा दी गई कि अभयारण्य क्षेत्र में रात के समय वाहन चलाना वन्यजीव संरक्षण कानून के खिलाफ है और इससे वन्यजीवों को नुकसान पहुंच सकता है। इसके बाद वन विभाग ने सुरक्षित विकल्प के रूप में नाइट सफारी की जगह नाइट स्टे की योजना पर काम शुरू किया।
उमरीखेड़ा एडवेंचर ईको पार्क में इस नई सोच के तहत 50 लाख रुपये से अधिक की लागत से विकास कार्य किए गए हैं। यहां प्राकृतिक आवास, मड हाउस, टेंट कैंप, सोलर लाइटिंग, बच्चों के खेल उपकरण, हैंगिंग ब्रिज सहित कई एडवेंचर और मनोरंजन सुविधाएं विकसित की गई हैं। इन कार्यों का असर अब साफ दिखाई देने लगा है। 189 हेक्टेयर में फैला यह ईको पार्क अब हर दिन प्रकृति प्रेमियों से आबाद नजर आने लगा है। वन विभाग के कर्मचारी शुभम ठाकुर ने बताया कि इस महीने 24 और 25 दिसंबर के अलावा 27 और 28 दिसंबर तथा नए साल में 1 और 2 जनवरी 2026 के लिए नाइट स्टे की अग्रिम बुकिंग पहले ही हो चुकी है। जंगल में रात बिताकर लौटने वाले दंपतियों और परिवारों ने रजिस्टर में अपने अनुभव साझा किए हैं। इन अनुभवों से साफ होता है कि इंदौर के लोगों को लंबे समय से एक सुरक्षित, प्राकृतिक और शांत पिकनिक स्थल की जरूरत थी, जो अब उमरीखेड़ा एडवेंचर ईको पार्क के रूप में पूरी होती नजर आ रही है।
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