Rajnish Srivastava
नहीं। ऐसा कुछ नहीं है। SIR से जुड़ी निम्न बातें जानना जरूरी है।
1. SIR का समय 4 नवंबर 2025 से 4 दिसंबर 2025 तक है। अर्थात पूरा एक महीना।
2. इस एक महीने में हर BLO को लगभग 1200 वोटर्स से मिलने का काम दिया गया है।
अब, अगर हम मान लें कि एक परिवार में 4 वोटर हैं, तो एक BLO को 1200 ÷ 4 अर्थात एक महीने में 300 परिवार से मिलने के लिए जाना है।
अगर हम 300 परिवारों को 30 दिनों से बांटते हैं, तो यह बनता है:
300 ÷ 30 = अर्थात हर दिन 10 परिवार।
अब, अगर हम यह भी मान लें कि एक BLO हर परिवार को 20 मिनट का समय देता है, तो कुल काम एक दिन में 200 मिनट अर्थात 3 से 4 घंटे का होता है।
सरकारी नियमों के अनुसार, किसी भी सरकारी कर्मचारी का काम करने का समय कम से कम 8 घंटे होता है।
इससे आप साफ समझ सकते हैं कि SIR से असल में BLO पर कितना कार्य का दबाव है।
इसके अतिरिक्त एक बूथ के सभी वोटर एक ही इलाके या मोहल्ले में रहते हैं।
सच तो यह है कि SIR कोई “दबाव” नहीं, बल्कि एक काम है।
SIR के ज़रिए देश में गैर-कानूनी रूप से रह रहे व्यक्ति की पहचानl पक्की की जा रही है। इसलिए, भारत के ज़िम्मेदार नागरिक होने के नाते, हमें SIR में गम्भीरता से हिस्सा लेना चाहिए, और बीएलओ को सहयोग कर SIR को कामयाब बनाना हम सबकी सामूहिक ज़िम्मेदारी है।
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