फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी देश के इतिहास में ऐसे नेता बनने जा रहे हैं जो पांच साल की जेल की सजा काटेंगे. माना जा रहा है कि मंगलवार को पेरिस की ला सान्ते जेल में पांच साल की सजा शुरू होगी. सरकोजी पर आरोप है कि उन्होंने 2007 के राष्ट्रपति चुनाव अभियान के लिए लीबिया से अवैध रूप से धन लेकर चुनावी साजिश रची थी. हालांकि, वो अब भी अपनी बेगुनाही का दावा कर रहे हैं. फिर भी, उन्हें जेल में भेजा जा रहा है.
इस जेल ने 19वीं सदी से कई प्रसिद्ध कैदियों को रखा है, जिनमें यहूदी होने के कारण देशद्रोह के झूठे आरोप में फंसाए गए कैप्टन अल्फ्रेड ड्रेफस और फ्रांस में कई हमलों को अंजाम देने वाला वेनेज़ुएला का आतंकवादी कार्लोस द जैकल भी शामिल हैं.
VIP सेक्शन में रखा जाएगा
पूर्व राष्ट्रपति सरकोजी ने ले फिगारो अखबार से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सुरक्षा कारणों से उन्हें एकांत जेल में रखा जाएगा. एक अन्य संभावना यह है कि उन्हें जेल के उस हिस्से में रखा जाए जो कमजोर या संवेदनशील कैदियों के लिए होती है, जिसे आम बोलचाल में VIP सेक्शन कहा जाता है.
पूर्व कैदियों ने बताया कि ला सान्ते जेल (जिसका उद्घाटन 1867 में हुआ था) में क्या परिस्थितियां हैं और सरकोजी को वहां क्या झेलना पड़ सकता है.यह जेल हाल के वर्षों में पूरी तरह से पुनर्निर्मित की गई है.
पूर्व कारोबारी और लेखक पियरे बॉटन, जो 2020 से 2022 तक इसी जेल के संवेदनशील कैदी सेक्शन में पैसे के दुरुपयोग के मामले में बंद थे, उन्होंने एपी को बताया, यहां जो आने वाला है, वो फ्रांस का राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी नहीं है, वो अब एक आम व्यक्ति है, वही अनुभव करेगा जो बाकी सबने किया.
एक ऐतिहासिक फैसले में, पेरिस की अदालत ने आदेश दिया कि सरकोज़ी अपनी सजा तुरंत शुरू करेंगे, बिना अपील की सुनवाई का इंतजार किए, क्योंकि उनके अपराध ने लोक व्यवस्था में गंभीर अव्यवस्था पैदा की थी.
सरकोजी ने किया आरोपों से इनकार
पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी ने उन पर लगे आरोपों से इनकार किया है. साथ ही उन्होंने इस फैसले का विरोध किया है कि अपील लंबित रहने के दौरान उन्हें जेल भेजा जाए, मुझे जेल से डर नहीं है. मैं सिर ऊंचा रखूंगा, यहां तक कि ला सांत की जेल के दरवाजों के सामने भी. मैं आखिरी दम तक लड़ूंगा. La Tribune Dimanche की रिपोर्ट के अनुसार, सरकोजी ने पहले से अपना जेल बैग तैयार कर लिया है, जिसमें कपड़े और अपने परिवार की 10 तस्वीरें रखी हैं.
फ्रांसीसी लेखक अलेक्ज़ांडर ड्यूमा हैं. इस उपन्यास का नायक 14 साल जेल में बिताने के बाद भाग निकलता है और अपने दुश्मनों से बदला लेता है.
फैसले के अनुसार, 70 वर्षीय सरकोजी सिर्फ जेल पहुंचने के बाद ही अपील अदालत में रिहाई का अनुरोध दाखिल कर सकेंगे और न्यायाधीशों के पास उस अनुरोध पर विचार करने के लिए दो महीने का समय होगा.
कैसी होगी जेल?
राष्ट्रीय वित्तीय अभियोजक कार्यालय ने पिछले सोमवार को सरकोजी को उनके कारावास की सटीक जानकारी दी थी, लेकिन यह विवरण सार्वजनिक नहीं किया गया है. न्याय मंत्री जेराल्ड डार्मानिन ने पुष्टि की कि सरकोजी मंगलवार को ला सांत जेल में दाखिल होंगे और वो खुद जाकर यह सुनिश्चित करेंगे कि सुरक्षा मानक पूरे किए जाएं.
जिसे “वीआईपी सेक्शन” कहा जाता है, वहां सरकोजी को एक अलग कमरा मिल सकता है — यह हिस्सा सामान्य कैदियों से अलग है और इसमें 18 समान कमरे हैं, प्रत्येक लगभग 9 वर्ग मीटर (करीब 97 वर्ग फुट) का.
पियरे बॉटन, जो सरकोजी को दशकों से जानते हैं और खुद भी ला सांत जेल में रह चुके हैं, उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि सरकोजी को जेल में कोई खास विशेषाधिकार मिलेंगे. चाहे आप राष्ट्रपति रहे हों या बहुत अमीर व्यक्ति, जेल में आप कुछ तय नहीं करते.

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