प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार से तीन देशों के दौरे पर जाएंगे, जिसमें जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान शामिल हैं. पीएम मोदी सोमवार को किंग अब्दुल्ला II बिन अल हुसैन के बुलावे पर जॉर्डन पहुंचेंगे. हशमाइट किंगडम के दो दिन के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी किंग अब्दुल्ला II बिन अल हुसैन से मिलेंगे, ताकि भारत और जॉर्डन के बीच संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा की जा सके और क्षेत्रीय मुद्दों पर अपने विचार साझा किया जा सके.
विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि यह दौरा दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के बनने की 75वीं सालगिरह है. यह भारत-जॉर्डन के बीच आपसी रिश्तों को और मजबूत करने, आपसी तरक्की और खुशहाली के लिए सहयोग के नए रास्ते तलाशने और इलाके में शांति, खुशहाली, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने के हमारे वादे को दोहराने का मौका देता है.
यात्रा के दूसरे चरण में इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी 16 दिसंबर से इथियोपिया का राजकीय दौरा करेंगे. यह पीएम मोदी का अफ्रीकी देश का पहला दौरा होगा.' वे भारत-इथियोपिया द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर प्रधानमंत्री डॉ. अबी अहमद अली के साथ बड़े पैमाने पर चर्चा करेंगे.
विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, 'ग्लोबल साउथ में पार्टनर के तौर पर यह दौरा दोस्ती और आपसी सहयोग के करीबी रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए दोनों देशों के साझा प्रतिबद्धता को दोहराएगा.' अपनी यात्रा के आखिरी पड़ाव में ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक के बुलावे पर प्रधानमंत्री मोदी 17-18 दिसंबर को ओमान जाएंगे.
भारत और ओमान के बीच एक बड़ी रणनीतिक साझेदारी है जो सदियों पुरानी दोस्ती, व्यापार संबंध लिंकेज और लोगों के बीच मजबूत रिश्तों पर टिकी है. यह दौरा दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 70 साल पूरे होने पर होगा और दिसंबर 2023 में ओमान के सुल्तान के भारत दौरे के बाद हो रहा है.
विदेश मंत्रालय ने कहा, 'यह विजिट दोनों पक्षों के लिए व्यापार, निवेश, ऊर्जा, रक्षा, सुरक्षा, तकनीकी, कृषि और सस्कृति जैसे क्षेत्र में द्विपक्षीय साझेदारी को पूरी तरह से विचार करने का मौका होगा, साथ ही आपसी फायदे के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का लेन-देन भी होगा.' यह पीएम मोदी का ओमान का दूसरा विजिट होगा.

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