भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस में संगठनात्मक नियुक्तियों को लेकर जारी खींचतान अब खुलकर सामने आने लगी है। सोमवार देर रात ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों की सूची जारी होने के बाद पार्टी के भीतर असंतोष और गुटबाजी के संकेत साफ दिखाई देने लगे हैं। इसका ताजा उदाहरण रतलाम से सामने आया है, जहां जिला कांग्रेस अध्यक्ष और सैलाना के पूर्व विधायक हर्षविजय गहलोत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने अपना इस्तीफा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को भेज दिया है। हर्षविजय गहलोत ने इस्तीफे में सैलाना विधानसभा क्षेत्र में पर्याप्त समय नहीं दे पाने को औपचारिक कारण बताया है, लेकिन पार्टी के अंदरखाने इस फैसले की वजह कुछ और मानी जा रही है।
कांग्रेस के भीतर यह चर्चा जोरों पर है कि ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्ति में जिला इकाई की राय और सूची को नजरअंदाज किया गया, जिससे नाराजगी गहराई। गहलोत के करीबी नेताओं का कहना है कि जिला कांग्रेस की ओर से जो नाम प्रस्तावित कर भेजे गए थे, उनकी जगह अलग सूची के आधार पर ब्लॉक अध्यक्षों की घोषणा कर दी गई। इसी कारण संगठन में असंतोष बढ़ा और बात इस्तीफे तक पहुंच गई। यह घटनाक्रम कांग्रेस संगठन में समन्वय की कमी और अंदरूनी मतभेदों की ओर इशारा करता है।
गौरतलब है कि इससे पहले अलीराजपुर जिले में भी जिला कांग्रेस अध्यक्ष अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। लगातार हो रहे इन इस्तीफों ने प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व के सामने संगठन को एकजुट रखने की चुनौती खड़ी कर दी है। ब्लॉक स्तर की नियुक्तियों को लेकर उठ रहे सवालों से यह साफ है कि आने वाले दिनों में पार्टी के भीतर सियासी हलचल और तेज हो सकती है।
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