हलवा एक पुरानी ट्रेडिशनल स्वीट है जिसे भारतीय घरों में कई अलग-अलग तरह से बनाया जाता है. वैसे तो लोंग मूंग और गाजर समेत कुछ सब्जियों से भी हलवा बनाते हैं, लेकिन ये ज्यादातर ओकेजनली ही बनाते हैं, जबकि मोस्टली सूजी या बेसन…आदि से हलवा बनाया जाता है. हलवा बहुत ही सिंपल स्टेप्स में बन जाता है और इसमें बहुत ज्यादा इनग्रेडिएंट्स भी नहीं लगता है. थोड़ी सी मिठास, घी और कुछ ड्राई फ्रूट्स…बस इतनी ही चीजों में हलवा कुछ ही मिनटों में बन जाता है, लेकिन कुछ कॉमन मिस्टेक हलवा के स्वाद को बिगाड़ देती हैं. ये या तो सूखा हो जाएगा या फिर स्टिकी लगेगा.
हलवा तभी अच्छा बनता है जब इसका हर एक स्टेप सही से फॉलो किया जाए. इससे आपका हलवा स्मूद और सौंधे स्वाद वाला बनता है. आटे का या बेसन…हर तरह का हलवा का स्वाद अलग होता है, लेकिन इसे बनाते वक्त छोटी-छोटी बातों को जरूर ध्यान में रखना चाहिए. जान लेते हैं कि कौन सी गलतियां हलवे का स्वाद बिगाड़ सकती हैं और आप कैसे इसे फिक्स कर सकते हैं.
घी का रेशियो सही न होना
घी हलवे की जान होता है, इसलिए ये बहुत जरूरी है कि आप घी का रेशियो सही रखें.कुछ लोग रिफाइंड का भी यूज करते हैं, जिससे हलवा का स्वाद निखरकर सही से नहीं आता है. घी अगर कम हो जाए तो हलवा सूखा या स्टिकी लगता है और टेस्ट भी उतना अच्छा नहीं आता है. वहीं अगर ज्यादा घी डाल दिया जाए तो ये खाने में ज्यादा हैवी लगता है. सूजी, बाजरा का आटा या बेसन का हलवा बना रहे हैं तो ध्यान रखें कि घी नापकर डालें, जैसे 1 कप आटा तो 1 कप घी.
पानी सही से एड करें
घी की तरह ही अगर आप पानी भी कम या ज्यादा करते हैं तो इससे हलवा का स्वाद बिगड़ जाता है. खासतौर पर ज्यादा पानी डालेंगे तो हलवा का स्वाद बिल्कुल बेकार हो जाता है. पानी को सुखाने के लिए आप उसे ज्यादा पकाते हैं तो ओवर कुक हो जाता है. पानी इस अनुपात में डालना चाहिए जैसे 1 कप सूजी है और आपको लाइट टेक्सचर चाहिए तो ढाई कप पानी डाल सकते हैं और अगर आपको नॉर्मल टेक्सचर चाहिए तो 2 कप पानी काफी रहता है.
गैस की आंच तेज रखने की गलती
बेसन, सूजी या किसी भी तरह के आटा का हलवा बना रहे हैं तो आंच का बहुत ज्यादा ध्यान रखना होता है. ज्यादा तेज आंच की तो हलवा तुरंत जल जाता है या फिर तली पर लग जाता है. ऐसे में जलने की स्मेल आने लगती है. इसी तरह से आटा भूनते वक्त भी आंच हल्की रखनी चाहिए लगातार चलाना चाहिए नहीं तो आटा बहुत तेजी से जल जाता है. हलवा हमेशा मीडियम और हल्की आंच पर पकाएं.
आटा भूनते वक्त रखें ध्यान
कई बार लोग बेसन और सूजी को सही तरह से नहीं भूनते हैं. सूजी और बेसन को अगर आप कम भूनेंगे तो हलवा स्टिकी बनेगा और स्वाद में सौंधापन नहीं आएगा. इसे हमेशा गोल्डन होने तक रोस्ट करना चाहिए. इस स्टेज पर अच्छी खुशबू आने लगती है. इसी तरह से बाजरा के आटे को बहुत ज्यादा न भूनें. नहीं तो हलवा में कसैलापन आ जाता है.

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