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बेंका सिंचाई तालाब परियोजना ने खोली विकास और आत्मनिर्भरता की नई राह, सैकड़ों किसानों को मिलेगा सिंचाई का लाभThe Benka Irrigation Pond Project has opened a new path to development and self-reliance, and hundreds of farmers will benefit from irrigation.

 महू। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने शुक्रवार को डॉ. भीमराव अंबेडकर नगर (महू) क्षेत्र में 1270.08 लाख रुपये लागत से निर्मित बेंका सिंचाई तालाब परियोजना का लोकार्पण किया। समारोह में उपस्थित ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों और किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह परियोजना केवल एक तालाब निर्माण भर नहीं है, बल्कि क्षेत्र के विकास, समृद्धि और आत्मनिर्भरता की नई दिशा है। मंत्री सिलावट ने कहा कि इस आधुनिक सिंचाई तालाब के बन जाने से आसपास के सैकड़ों किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। खेतों में वर्षभर सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे फसल उत्पादन बढ़ेगा, ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और भूजल स्तर भी सुधरेगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में जल संरक्षण तथा सिंचाई विस्तार से जुड़ी योजनाएं प्रदेश में तेजी से आगे बढ़ रही हैं और यह परियोजना उसी प्रयास का सशक्त उदाहरण है।


कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार, स्थानीय विधायक उषा ठाकुर, जिला पंचायत अध्यक्ष रीना मालवीय, श्रवण चावड़ा सहित अनेक जनप्रतिनिधि, ग्रामीणजन, किसान और बड़ी संख्या में माताएं-बहनें मौजूद रहीं। सिलावट ने जानकारी दी कि बेंका सिंचाई तालाब वर्ष 2025 में निर्मित एक उन्नत जल संरचना है, जिसकी 2.44 एमसीएम लाइव क्षमता के माध्यम से लगभग 370 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई उपलब्ध होगी।

 इस परियोजना से बेंका, उमड़, रसकुंडिया और कुलठाना सहित चार गांवों के लगभग 1100 किसानों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। यह तालाब वर्षा जल संचयन, भूजल पुनर्भरण और खरीफ–रबी फसलों के उत्पादन में वृद्धि के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा। मंत्री सिलावट ने कहा कि सरकार का लक्ष्य केवल जल संरचनाओं का निर्माण नहीं, बल्कि हर बूंद को संरक्षित कर हर खेत तक पानी पहुंचाना और हर किसान को समृद्ध बनाना है। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि इस परियोजना को अपनी जिंदगी में परिवर्तन का साधन बनाकर इसका अधिकतम लाभ लें और जल संरक्षण को जनभागीदारी का आंदोलन बनाएं।

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