कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने निकाय चुनाव के साथ-साथ मंत्रिमंडल फेरबदल पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। इसी के साथ उन्होंने राज्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की गतिविधि पर प्रतिबंध वाले प्रस्ताव पर भी बयान दिया है। कर्नाटक के मंत्री प्रियंक खरगे ने प्रदेश में सरकारी संस्थानों और सार्वजनिक परिसरों में आरएसएस की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग है।निकाय चुनाव-मंत्रिमंडल फेरबदल पर बयानहासन में मीडिया से बात करते हुए सीएम सिद्धारमैया ने स्थानीय निकाय चुनावों और मंत्रिमंडल फेरबदल पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "सरकार तालुक पंचायत और जिला पंचायत सहित सभी स्थानीय निकायों के चुनाव कराने के लिए तैयार है। अदालत का आदेश मिलते ही हम चुनाव कराएंगे। सभी चुनाव चरणों में होंगे। चुनावों से लोकतंत्र मजबूत होता है। पहले चुनाव खत्म हो जाएं, फिर हम (मंत्रिमंडल फेरबदल) देखेंगे।"
आरएसएस प्रतिबंध पर बोले सिद्धारमैयाआरएसएस की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मीडिया से कहा, "किसी भी संगठन को सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को परेशान नहीं करना चाहिए। तमिलनाडु में कार्रवाई की गई है। हम इसकी जांच करेंगे और आगे की कार्रवाई करेंगे।"
मुझे पिछले तीन दिनों से धमकियां मिल रही-प्रियांकइधर, आरएसएस पर अपने बयान पर कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा, "मुझे पिछले तीन दिनों से धमकियां मिल रही हैं। कल, जब मैंने कहा कि वे मुझे डराने की कोशिश कर रहे हैं, तो भाजपा ने कहा कि यह एक प्रचार का हथकंडा है। मेरी लड़ाई विचारधारा के खिलाफ है। इसी विचारधारा ने महात्मा गांधी की जान ली।"आपको बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आरएसएस के कार्यक्रमों को लेकर निर्देश जारी किए हैं। सीएम के निर्देशों के मुताबिक सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों, सार्वजनिक मैदानों और राज्य सरकार की अन्य जमीनों पर आरएसएस की शाखाएं आयोजित नहीं जाएगी। सीएम का ये फैसला कैबिनेट मंत्री प्रियांक खरगे की मांग पर किया गया है।

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