संगमनेर तहसील के घरगांव गांव में हुई एक रैली में संग्राम जगताप ने कहा कि हिंदू महिलाओं पर अत्याचार के 100 मामलों में हर आरोपी जिहादी है। उन्होंने आरोप लगाया कि हमारे समाज में कुछ लोग इन जिहादियों का खुला समर्थन कर रहे हैं।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक संग्राम जगताप के विवादास्पद बयान थमने का नाम नहीं ले रहे। कारण बताओ नोटिस मिलने के बावजूद वे लगातार ऐसी बयानबाजी जारी रखे हुए हैं। अहिल्यानगर में विधायक जगताप ने एक बार फिर मुस्लिम समुदाय को निशाने पर लिया और दावा किया कि हिंदू महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार के मामलों के पीछे जिहादी जिम्मेदार हैं।
सोमवार को संगमनेर तहसील के घरगांव गांव में हुई एक रैली में उन्होंने कहा कि हिंदू महिलाओं पर अत्याचार के 100 मामलों में हर आरोपी जिहादी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हमारे समाज में कुछ लोग इन जिहादियों का खुला समर्थन कर रहे हैं। हम अगर इन हमलों की जांच करें, तो पाएंगे कि सभी पीड़िताएं हिंदू महिलाएं हैं और सभी अभियुक्त जिहादी ही हैं।
बता दें कि 'जनक्रोश मोर्चा' एक आदिवासी महिला पर कथित हमले के खिलाफ आयोजित किया गया था। जगताप ने आगे दावा किया कि बेकरी उत्पाद बेचने के बहाने महिलाओं के मोबाइल नंबर मांगे जाते हैं, जो अपराधों की शुरु ऐप पर पढ़ें बनता है। इसके अलावा, उन्होंने मांग की कि सभी अवैध पूजा स्थलों को तत्काल ध्वस्त कर दिया जाए।
गौरतलब है कि जगताप पिछले सप्ताह आम लोगों से दिवाली की खरीदारी केवल हिंदू दुकानदारों से करने की अपील करने के बाद विवादों के घेरे में आ चुके थे। एनसीपी प्रमुख और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने उनकी इस टिप्पणी की कड़ी निंदा की और कहा कि यह पार्टी के लिए अस्वीकार्य है। इसके बाद रविवार को जगताप को कारण बताओ नोटिस थमाया गया।
हालांकि, उसी शाम जगताप ने अपने बयान को उचित ठहराते हुए कहा कि मुस्लिम समुदाय ने सबसे पहले ही अपने लोगों से ईद की खरीदारी केवल उनकी दुकानों से करने का आह्वान किया था।

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