Top News

सबरीमाला मंदिर से सोने की चोरी का मामला, मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी गिरफ्तार Gold theft case from Sabarimala temple, main accused Unnikrishnan Potti arrested


केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर से सोने की चोरी के मामले में विशेष जांच टीम ने मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी को गिरफ्तार कर लिया है। बंगलूरू के उद्योगपति पोट्टी को पुलीमठ स्थित उसके आवास से गुरुवार को हिरासत में लिया गया था। इससे पहले क्राइम ब्रांच की टीम तिरुवनंतपुरम में उससे पूछताछ कर रही थी। पूछताछ के बाद विशेष जांच टीम ने उसका बयान दर्ज किया और फिर शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस हिरासत में होगी पूछताछगिरफ्तारी के बाद उन्नीकृष्णन पोट्टी को मेडिकल जांच के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया। दोपहर तक उन्नीकृष्णन पोट्टी को पथानमथिट्टा स्थानांतरित कर दिया जाएगा, जहां उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा।

 एसआईटी आगे की जांच के लिए उन्नीकृष्णन पोट्टी की पुलिस हिरासत मांग सकती है। सबरीमाला मंदिर में द्वारपालकों की मूर्तियों और श्रीकोविल के दरवाजों से सोने की चोरी हुई है। मंदिर की द्वारपालकों की मूर्तियों और दरवाजों पर सोने की परत चढ़ाने के काम में लगभग 4.54 किलोग्राम सोने की कमी के मामले की जांच चल रही है। इसकी जांच के लिए केरल हाईकोर्ट ने एसआईटी गठित की। एसआईटी की टीम त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड के सदस्यों और अधिकारियों से पूछताछ कर रही है। 



इससे पहले त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड की विजिलेंस टीम ने भी इस मामले की जांच की थी और उन्नीकृष्णन पोट्टी से दो दिनों तक पूछताछ की थी और उसके बयान दर्ज किए थे। बाद में उच्च न्यायालय ने जांच के लिए एसआईटी गठित की। उच्च न्यायालय ने जांच के लिए एसआईटी को छह हफ्ते का समय दिया है।

विजिलेंस रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासेकेरल हाईकोर्ट में सौंपी गई देवस्वम विजिलेंस रिपोर्ट के अनुसार, उन्निकृष्णन पोट्टी, जिनकी न तो कोई स्थायी आय है और न ही कोई घोषित व्यावसायिक पृष्ठभूमि, ने सबरीमाला मंदिर की कई परियोजनाओं में बिचौलिए की भूमिका निभाई। रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि सोने की प्लेटिंग का वास्तविक खर्च पोट्टी ने नहीं, बल्कि कई निजी निवेशकों ने वहन किया था। श्रीकोविल के मुख्य दरवाजे की सोने की प्लेटिंग बेल्लारी के व्यापारी गोवर्धन ने कराई, जबकि छत (कट्टिल्ला) की तांबे की प्लेटिंग बेंगलुरु के उद्योगपति अजी कुमार ने प्रायोजित की थी। रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि पोट्टी केवल एक मध्यस्थ के रूप में काम कर रहा था और देवस्वम प्रशासन में अपनी निकटता का उपयोग करके अनुचित प्रभाव डाल रहा था।

Post a Comment

Previous Post Next Post