पाकिस्तान ने इधर तालिबान से समझौता करके सीमाई तनाव को ठंडा करने की कोशिश की, उधर बलोचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने फौज की गाड़ी को निशाना बना लिया. 7 पाक सैनिकों की इस हमले में मौत हो गई. जब भारत में दीपावली का त्यौहार मनाया जा रहा था, तभी बीएलए ने पाकिस्तानी फौज पर गाज गिराते हुए उसके वाहन को न सिर्फ निशाना बनाया बल्कि उनके जवानों को मौत के घाट उतार दिया.
BLA ने सेना पर किया हमला
ये हमला बलूचिस्तान के मंड इलाके में माहिर और रुदिग के बीच हुआ, जिसमें 7 जवानों की मौत के साथ-साथ 2 पाकिस्तानी सैनिक गंभीर रूप से जख्मी भी हुए थे. अपनी आजादी की जंग लड़ रहे बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट ने ये हमला किया. ये हमला ऐसे इलाके में हुआ है, जो बलोच विद्रोहियों के प्रभाव वाला एरिया है. इससे ठीक पहले टीटीपी ने भी पाकिस्तानी सेना के कैंप पर एक विस्फोटकों से भरी हुई कार से हमला किया था, जिसमें सेना के करीब 20 जवान मारे गए थे तालिबान ने चौराहे पर लटका दी पाकिस्तान की 'इज्जत', देखने जुट गए सैकड़ों अफगानी है ।
ऐसा नहीं है कि ये पहला हमला था. इससे पहले सितंबर में बलूचिस्तान के मस्तुंग के दश्त इलाके में रेलवे ट्रैक पर हमला हुआ, जिससे जाफर एक्सप्रेस का एक कोच नष्ट हो गया था, वहीं 6 डिब्बे पटरी से उतर भी गए थे. 10 अगस्त को भी आईईडी विस्फोट मस्तुंग जिले में हुआ था, जिससे इसी ट्रेन के 6 डिब्बे पटरी से उतरे और इसमें चार लोग जख्मी हो गए. वहीं 4 अगस्त को कोलपुर के पास गोलीबारी की जिम्मेदारी भी बीएलए ने ली थी. बलोचिस्तान लिबरेशन आर्मी पाकिस्तानी फौज के अत्याचारों के खिलाफ और आजादी के लिए इस तरह की लड़ाई लड़ती है, जिसे पाकिस्तानी सरकार आतंकवाद का नाम देती है.

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