मंडला भाजपा जिला कार्यकारिणी पर फिर उठने लगे सवाल Questions are being raised again on Mandla BJP District Executive
*प्रणव बजाज
संपादक*
सांसद और मंत्री के परिवार के सदस्यों को हटाने के बाद दूसरे बड़े सवाल खड़े हुए_
एक व्यक्ति–एक पद की अनदेखी, सक्रिय सदस्यता पर भी सवाल
भारतीय जनता पार्टी मंडला की नई जिला कार्यकारिणी को लेकर संगठन के अंदर ही असंतोष और सवाल खड़े हो गए हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि जिला अध्यक्ष प्रफुल्ल मिश्रा ने पार्टी संविधान और “एक व्यक्ति–एक पद” के सिद्धांत की अनदेखी करते हुए ऐसे लोगों को पद दिए हैं जो न तो सक्रिय सदस्य हैं और न ही लंबे समय से संगठन से जुड़े रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार
जिला पदाधिकारी बनाए गए कई चेहरे कभी कांग्रेस से जुड़े रहे हैं, कुछ हाल ही में पार्टी में आए हैं और अभी संगठन की मूल विचारधारा से परिचित भी नहीं हैं।
नगर पालिका अध्यक्ष, जिला पंचायत सभापति व जिला पंचायत सदस्य पहले से जिम्मेदारी निभा रहे हैं, बावजूद इसके उन्हें कार्यकारिणी में स्थान दिया गया।
कुछ पदाधिकारी ऐसे भी हैं जिनकी पहचान केवल सांसद–मंत्री के “करीबी” या व्यक्तिगत परिचित होने तक सीमित है।
नैनपुर क्षेत्र में विवादित छवि वाले पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष को जिला महामंत्री बनाए जाने पर भी संगठन के भीतर विरोध है।इसके पूर्व संगठन के कार्यों में उनकी कोई कभी भूमिका ही नहीं रही सीधे जिला महामंत्री फीड बैक लिए बिना पद से नवाजा गया।
__आदिवासी और महिला कार्यकर्ताओं में भी असंतोष देखा जा रहा है। उनका कहना है कि वर्षों से पार्टी में सक्रिय कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर बाहरी लोगों को तवज्जो दी गई।इन निर्णयों को लेकर न केवल जिले के कार्यकर्ताओं बल्कि प्रदेश स्तर पर भी चर्चा तेज है।पूर्व केंद्रीय मंत्री सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री जो केंद्र और राज्य में लंबे समय से संगठन में सक्रिय भूमिका में रहे है उनके ही जिले में संगठन कार्यकारणी में बंदर बांट को लेकर राजनेतिक गलियारों में चर्चा थम नहीं ,साथ ही दोनों इन बेहतर छवि के नेताओं की प्रदेश में किर किरी हो रही है,माना जा रहा है कि संगठन इस पर गंभीर मंथन कर रहा है और संभव है कि आने वाले दिनों में कार्यकारिणी में फेरबदल या नई घोषणा की पूरी संभावना है।
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