इंदौर वेस्ट मैनेजमेंट को नेक्स्ट लेवल पर ले आया
महापौर द्वारा विकास कार्यों का भूमि पूजन
मृत पशुओं के निपटान, फायर स्टेशन एवं वेस्ट क्लॉथ प्रोसेसिंग प्लांट सहित 5 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का भूमि पूज
महापौर द्वारा विजय दिवस पर रिटायर्ड आर्मी ऑफीसरों का किया सम्मान
इंदौर, दिनांक 16 दिसंबर 2025। नगर पालिक निगम इंदौर द्वारा शहर में सतत विकास एवं स्वच्छता को नई ऊँचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। इसी क्रम में आज ट्रेंचिंग ग्राउंड, देव गुराड़िया में *महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव द्वारा मृत पशुओं के वैज्ञानिक निपटान हेतु नवीन तकनीक आधारित प्लांट, नवीन फायर स्टेशन तथा अनुपयोगी कपड़ों के वेस्ट क्लॉथ प्रोसेसिंग प्लांट* का विधिवत भूमि पूजन किया गया।
इस अवसर पर आर्मी के भूतपूर्व अधिकारी, महापौर परिषद सदस्य श्री अश्विनी शुक्ल, श्री अभिषेक शर्मा बबलू, श्री नंदकिशोर पहाड़िया, श्री मनीष शर्मा मामा, सरपंच श्री अनुराग पंड्या सहित निगम के वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान 16 दिसंबर विजय दिवस के अवसर पर महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव द्वारा उपस्थित आर्मी के सेवानिवृत्त सैनिकों का सम्मान भी किया गया।
इंदौर स्वच्छता नवाचार का अग्रदूत – महापौर
*महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव* ने अपने संबोधन में कहा कि इंदौर का ट्रेंचिंग ग्राउंड आज न केवल देश बल्कि दुनिया में सबसे अधिक सर्च और अध्ययन किया जाने वाला स्थल बन चुका है। स्वच्छता अभियान के अंतर्गत इंदौर ने वेस्ट मैनेजमेंट को “ *नेक्स्ट लेवल* ” तक पहुँचाया है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा स्वच्छ भारत मिशन का जो विजन देश के सामने रखा गया, उसे इंदौर ने धरातल पर साकार कर दिखाया है।
*महापौर श्री भार्गव* ने कहा कि इंदौर के नवाचार ही उसकी असली ताकत हैं। आज शहर वेस्ट टू वेल्थ की दिशा में आगे बढ़ चुका है। अनुपयोगी कपड़ों से धागा बनाने, मृत पशुओं के एनिमल वेस्ट का पर्यावरण अनुकूल निपटान करने जैसे कार्य इंदौर को स्वच्छता के अगले स्तर पर ले जाएंगे। उन्होंने संबंधित एजेंसियों से अपेक्षा की कि सभी कार्य निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण कर उत्पादन भी समयबद्ध रूप से प्रारंभ किया जाए
वेस्ट क्लॉथ प्रोसेसिंग प्लांट
नगर पालिक निगम इंदौर द्वारा *स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत पी.पी.पी. मॉडल* पर पहले ही बायो-सीएनजी/मेथेनाइजेशन प्लांट एवं एम.आर.एफ. जैसे कई नवाचारी प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं, जिनके माध्यम से शहर के गीले एवं सूखे कचरे का प्रभावी निपटान किया जा रहा है।
इंदौर शहर में थ्री-आर (Reduce, Reuse, Recycle) की अवधारणा के अंतर्गत प्रत्येक ज़ोन में थ्री-आर कलेक्शन सेंटर स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों एवं “नेकी की दीवार” पर बड़ी मात्रा में अनुपयोगी कपड़े एकत्रित होते हैं, जिनके उचित निपटान एवं पुनः उपयोग हेतु वेस्ट क्लॉथ प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
इस प्लांट में अनुपयोगी कपड़ों से धागा तैयार कर पुनः उपयोग किया जाएगा। यह प्लांट *राशि ₹2 करोड़ कि लागत से पी.पी.पी. मॉडल* पर स्थापित किया जा रहा है, जिसमें नगर पालिक निगम द्वारा भूमि, बिजली एवं सिविल कार्य उपलब्ध कराए जाएंगे, जिसे *निगम को राजस्व: ₹1.75 लाख प्रति माह प्राप्त* होगा।
मृत पशुओं के निपटान हेतु नवीन प्लांट
शहर में मृत पशुओं के शवों के पर्यावरण अनुकूल एवं वैज्ञानिक निपटान हेतु स्वच्छ भारत मिशन विभाग द्वारा नवीन तकनीक आधारित प्लांट स्थापित किया जा रहा है। वर्तमान में मृत पशुओं को प्रारंभिक उपचार के बाद दफनाया जाता था, जबकि अब इन्हें आधुनिक मशीनों के माध्यम से जलाकर विधिवत निपटान किया जाएगा, मशीन क्षमता: 1000 किलोग्राम प्रति बैच होगी, इस प्रोजेक्ट की *स्वीकृत लागत: ₹3.04 करोड़* है। एजेंसी को देवगुराड़िया ट्रेंचिंग ग्राउंड में भूमि उपलब्ध कराई जा चुकी है। मृदा परीक्षण एवं ड्राइंग डिज़ाइन पूर्ण कर आज से निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है
नवीन फायर स्टेशन का निर्माण
इंदौर शहर के पूर्वी क्षेत्र में अग्निशमन व्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए *देवगुराड़िया ट्रेंचिंग ग्राउंड परिसर में अनुमानित ₹80,71,875/- की लागत से लगभग 10,000 वर्गफुट क्षेत्र में नवीन फायर स्टेशन का निर्माण* किया जाएगा। इससे पालदा-नेमावर रोड एवं आसपास के क्षेत्रों में आगजनी की स्थिति में त्वरित राहत उपलब्ध कराई जा सकेगी।

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