बीना। क्षेत्र से अपहृत एक मासूम बच्चे के मिलने की खबर ने पूरे इलाके में राहत और भावुकता का माहौल पैदा कर दिया। पुलिस की सतर्कता और लगातार प्रयासों के चलते सात महीने पहले अगवा किया गया तीन साल का बच्चा सुरक्षित मिल गया, जिसे देर रात उसके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया गया। अपने लाडले को वापस पाकर मां के चेहरे पर जो मुस्कान लौटी, वह महीनों के दर्द और आंसुओं की कहानी खुद बयां कर रही थी। जानकारी के अनुसार, नया बस स्टैंड क्षेत्र के सामने स्थित क्रिकेट मैदान के बाहर झोपड़ी बनाकर रहने वाले संजय बर्मन का तीन साल का बेटा 14 मई 2025 को अचानक लापता हो गया था। संजय बर्मन कबाड़ बीनने का काम करते हैं और बेहद सीमित साधनों में अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। बच्चे के अचानक गायब हो जाने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। परिजनों ने आसपास के इलाकों में बच्चे की तलाश की, रिश्तेदारों और परिचितों से पूछताछ की, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला।
मासूम के गायब होने के बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था। हर बीतता दिन परिवार की चिंता और पीड़ा को और बढ़ा रहा था। घटना की शिकायत थाने में दर्ज कराई गई, जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने इसे प्राथमिकता में लिया और हर संभावित दिशा में जांच आगे बढ़ाई। उप पुलिस अनुविभागीय अधिकारी नितेश पटेल के नेतृत्व में थाना प्रभारी अनूप सिंह यादव की टीम ने आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय कबाड़ियों से पूछताछ की और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी। पुलिस की टीम लगातार प्रयास करती रही, हालांकि लंबे समय तक कोई ठोस सफलता हाथ नहीं लगी। इसके बावजूद पुलिस ने हार नहीं मानी और जांच जारी रखी।
आखिरकार करीब सात महीने बाद इस मामले में चौंकाने वाला मोड़ आया, जब आरोपी मासूम बच्चे को उसके ही घर के बाहर छोड़कर फरार हो गया। देर रात सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और प्राथमिक कार्रवाई पूरी की। इसके बाद उप निरीक्षक कमल सिंह ने बच्चे को सुरक्षित उसके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया। बच्चे को देखते ही मां की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े और परिवार ने पुलिस का आभार जताया। फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है और यह जानने का प्रयास कर रही है कि बच्चे को कहां रखा गया था और इसके पीछे क्या मंशा थी। इस घटना के बाद जहां एक ओर परिवार को अपने मासूम के लौट आने की खुशी है, वहीं पुलिस की तत्परता और संवेदनशील कार्यशैली की भी चारों ओर सराहना हो रही है।
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