आज की युवा पीढ़ी जिसे जेन-ज़ी कहा जाता है अब पारंपरिक और जटिल वित्तीय सलाहों से हटकर समझदारी भरे और आसान उपाय अपना रही है। ये युवा अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में ऐसे छोटे-छोटे बदलाव कर रहे हैं जो मिलकर महीने के खर्च पर बड़ा और सकारात्मक असर डालते हैं। जेन-ज़ी ने अपने पैसे बचाने और बचत बढ़ाने के लिए कई स्मार्ट रणनीतियां विकसित की हैं:
खर्च और बचत के स्मार्ट तरीके
बचत के लिए तुरंत कैशबैक:
जेन-ज़ी अब बड़े जटिल क्रेडिट कार्ड पॉइंट्स पर ज़्यादा निर्भर नहीं रहती। इसके बजाय वे UPI (यूपीआई) जैसे डिजिटल भुगतान ऐप्स पर मिलने वाले तुरंत कैशबैक और रिवॉर्ड्स को ज़्यादा फायदेमंद मानते हैं क्योंकि इससे पैसा उसी क्षण बच जाता है और सीधे जेब में आता है।
सब्सक्रिप्शन शेयरिंग
यह पीढ़ी OTT (ओवर-द-टॉप) और म्यूजिक ऐप्स जैसे एंटरटेनमेंट सब्सक्रिप्शन का पूरा खर्च अकेले नहीं उठाती। वे दोस्त या परिवार के साथ मिलकर प्लान शेयर (Plan Sharing) कर लेते हैं जिससे हर महीने का व्यक्तिगत खर्च काफी कम हो जाता है।
पुराना है तो सस्ता है:
खरीदारी के मामले में जेन-ज़ी महंगे ब्रांडेड और बिल्कुल नया सामान लेने से बचती है। इसके बजाय वे थ्रिफ्ट स्टोर इंस्टाग्राम सेलर्स या रिफर्बिश्ड प्लेटफॉर्म को चुनते हैं जहां अच्छी क्वालिटी की चीजें कम कीमत पर मिल जाती हैं।
BNPL का सोच-समझकर इस्तेमाल:
'अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें' वाली सुविधा का इस्तेमाल वे सिर्फ बड़ी और ज़रूरी खरीदारी के लिए ही करते हैं। उनका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना होता है कि छोटे-छोटे दैनिक खर्चों में अनावश्यक कर्ज (Debt) न बढ़े।
लाइफस्टाइल और व्यय नियंत्रण
ऑफ-सीजन ट्रैवल :
जेन-ज़ी छुट्टियों के महंगे और भीड़-भाड़ वाले समय (पीक सीजन) में यात्रा करने के बजाय ऑफ-सीजन या कम भीड़ वाले समय में घूमना पसंद करती है। इससे फ्लाइट और होटल दोनों की बुकिंग काफी सस्ती मिल जाती है।
खाने-पीने का स्पष्ट नियम:
खाने-पीने पर खर्च को नियंत्रित करने का नियम बिल्कुल साफ है: वीकडेज (कार्य दिवसों) में घर का साधारण भोजन और बाहर का खाना या ऑर्डर सिर्फ वीकेंड या खास मौकों पर। इससे महीने का भोजन खर्च स्वतः ही कम हो जाता है।
पुराने सामान से कमाई:
बचत का एक नया तरीका यह है कि वे अपने इस्तेमाल किए गए सामान (Used Goods), कपड़े, गैजेट्स और एक्सेसरीज को ऑनलाइन बेचकर दोबारा पैसे कमा लेती हैं।
डिजिटल व्यय ट्रैकिंग:
खर्चों पर नज़र रखने के लिए वे अब जटिल एक्सेल शीट का इस्तेमाल नहीं करते। इसके बजाय वे UPI पासबुक या अन्य ऐप-आधारित सुविधाओं पर भरोसा करते हैं जो खर्चों का तुरंत और सटीक ब्योरा देती हैं। कुल मिलाकर जेन-ज़ी पारंपरिक साधनों के बजाय दैनिक जीवन में तकनीकी और सामाजिक समझदारी का उपयोग करके अपनी वित्तीय स्थिति को मज़बूत कर रही है।

Post a Comment