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रुपये का गिरना... FII का बेचना और DII का खरीदना, कौन समझदार? उदय कोटक बोले- बड़ा खेल है!The rupee is falling... FIIs are selling and DIIs are buying, who is the smarter one? Uday Kotak said, "It's a big game!"

 Kotak Mahindra Bank के फाउंडर उदय कोटक ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए रुपये में गिरावट को लेकर बड़ी बात कही है और भारतीय उद्योगों को कम्फर्ट जोन से बाहर निकलने की सलाह दी है.


भारतीय रुपया (India Rupee) लगातार टूटता जा रहा है और हर रोज गिरने का नया रिकॉर्ड बना रहा है. बीते बुधवार को ये पहली बार 90 तक लुढ़का, तो गुरुवार को ये और अधिक फिसल गया. रुपया अब 90.43 प्रति डॉलर के नए लाइफ टाइम लो-लेवल पर आ गया है. इंडियन करेंसी में जारी इस गिरावट के बीच दिग्गज बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक के फाउंडर उदय कोटक ने बड़ी बात कही है. उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, 'Rupee@90, ये समय कम्फर्ट जोन से बाहर निकलने का है.

इतिहास में पहली बार हुआ ऐसाइतिहास में ये पहली बार है, जबकि रुपये 90 के मनौवैज्ञानिक स्तर से भी इतना नीचे फिसल गया है. रुपये में आई इस तगड़ी गिरावट के पीछे की वजह बताते हुए उदय कोटक ने कहा है कि ऐसा विदेशी निवेशकों का भारतीय शेयर बाजारों से लगातार पैसा निकालन के कारण हो रहा है. इसमें फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FPI) और प्राइवेट इक्विटी फंड्स (PEF) शामिल हैं, जो एफडीआई के जरिए अपना निवेश करते हैं. तमाम एक्सपर्ट्स भी ये कहते नजर आ रहे हैं कि रुपये में गिरावट सीधे विदेशी निवेशकों द्वारा संचालित है.

उदय कोटक बोले- 'ये लंबा खेल है'Uday Kotak ने अपने ट्विटर (अब X) पर अपनी पोस्ट में कहा है कि सबसे बड़ी चिंता ये है कि रुपया ऐसे समय में गिर रहा है, जबकि डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) खुद कमजोर हो रहा है और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के हस्तक्षेप के बावजूद इसमें सुधार देखने को नहीं मिल पा रहा है. जहां कोटक बैंक चेयरमैन ने ये चिंता जाहिर की, तो वहीं राहतभरी बात कहते हुए बताया कि इस गिरावट और विदेशों निवेशकों की बेरुखी के बाद भी भारतीय निवेशक बाजार में बिकवाली की खरीद में जुटे हुए हैं. हालांकि, उन्होंने इसे एक लंबा खेल करार दिया है. 

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