बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कथित तौर पर पाकिस्तान के शहजाद भट्टी से धमकी मिलने का मामला सामने आया है. यह धमकी हिजाब विवाद से जुड़ी हुई है, जिसमें नीतीश कुमार पर एक मुस्लिम महिला डॉक्टर का हिजाब हटाने का आरोप लगा था. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में शहजाद भट्टी ने नीतीश कुमार से माफी मांगने की चेतावनी दी है.
बिहार पुलिस की त्वरित कार्रवाई: मामले की गंभीरता को देखते हुए बिहार पुलिस मुख्यालय पूरी तरह सतर्क हो गया है. पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं. जांच की जिम्मेदारी पटना के पुलिस महानिरीक्षक (IG) को सौंपी गई है. डीजीपी ने कहा कि वीडियो की प्रामाणिकता, स्रोत और लोकेशन की तकनीकी जांच कराई जा रही है.
CM के सुरक्षा व्यवस्था की हो रही समीक्षा: पुलिस सूत्रों के अनुसार, साइबर विशेषज्ञों की टीम वीडियो के डिजिटल फुटप्रिंट्स खंगाल रही है. यह पता लगाया जा रहा है कि वीडियो वास्तव में पाकिस्तान से अपलोड किया गया या कोई साजिश है. साथ ही, मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था की भी समीक्षा की जा रही है ताकि किसी संभावित खतरे से निपटा जा सके.
डीजीपी का स्पष्ट बयान: डीजीपी विनय कुमार ने मीडिया को बताया कि धमकी को गंभीरता से लिया गया है और पटना IG पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री की सुरक्षा और प्रतिष्ठा से जुड़ा मुद्दा है, इसलिए वरिष्ठ स्तर पर जांच हो रही है. किसी भी साजिश या अफवाह की गहन पड़ताल की जाएगी.
क्या है हिजाब विवाद : यह पूरा विवाद 15 दिसंबर को पटना में आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम से शुरू हुआ. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक महिला डॉक्टर नुसरत परवीन का हिजाब अपने हाथ से हटाया था. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर तीव्र विरोध शुरू हो गया.
पाकिस्तानी डॉन का वायरल वीडियो: पाकिस्तान के शहजाद भट्टी ने एक वीडियो जारी कर नीतीश कुमार को सीधी धमकी दी. वीडियो में भट्टी ने कहा कि बिहार में एक बड़े पद पर बैठे व्यक्ति ने मुस्लिम महिला के साथ गलत व्यवहार किया. उन्होंने माफी मांगने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि माफी नहीं मांगी गई तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है.
बिहार पुलिस की जनता से अपील: बिहार पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि ऐसे वीडियो को बिना पुष्टि के शेयर न करें और अफवाहों से बचें. जांच पूरी होने के बाद ही आधिकारिक जानकारी साझा की जाएगी. यदि धमकी के पीछे कोई आपराधिक मंशा पाई गई तो दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी. यह मामला मुख्यमंत्री की सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण अत्यंत संवेदनशील है.
"वीडियो के कथित पाकिस्तान कनेक्शन की गहन तकनीकी जांच कराई जा रही है. यह पता लगाया जा रहा है कि वीडियो वास्तव में कहां से अपलोड किया गया है, इसमें प्रयुक्त अकाउंट की लोकेशन क्या है और इसके पीछे कोई संगठित साजिश तो नहीं है. आम लोगों से अपील है कि वे इस तरह के वीडियो को बिना पुष्टि के शेयर न करें और अफवाहों पर ध्यान न दें."-विनय कुमार, डीजीपी

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