वाइस एडमिरल के स्वामीनाथन ने कहा है कि मई में ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान का दुनिया भर से हथियार खरीदना चिंता की बात है. इसके साथ चीन भी अपनी विस्तारवादी नीतियों की वजह से लगातार चुनौती बना हुआ है. मुंबई में हेडक्वार्टर वाले ज़रूरी वेस्टर्न नेवल कमांड के हेड सीनियर ऑफिसर ने कहा कि चीनी नेवी पहले ही दुनिया की सबसे बड़ी नेवी बन चुकी है. पिछले दस सालों में ही उसने इंडियन नेवी के साइज़ में अपने बेड़े को जोड़ा है. ये पहले से कहीं ज्यादा तेजी से बढ़ रही है.
स्वामीनाथन ने कहा कि ये बातें ब्रम्हा रिसर्च फाउंडेशन की तरफ से ऑर्गनाइज़ एक सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस में की. वाइस एडमिरल स्वामीनाथन ने कहा कि चीनी नेवी के तीसरे एयरक्राफ्ट कैरियर फुजियान की कमीशनिंग किया जाना. इसके अलावा यहां पांचवीं और छठी जेनरेशन के फाइटर प्लेन का डेमोंस्ट्रेशन, कम्युनिस्ट देश की ग्लोबल स्ट्रेटेजिक कहानी और सिग्नलिंग का हिस्सा है.
‘चीन एक स्थायी चुनौती बना रहेगा’
वाइस एडमिरल ने कहा कि हमारे लिए चिंता की बात यह है कि चीन इंडियन ओशन रीजन में 5-8 जहाजों को बनाए हुए है. ऑफिसर ने बताया कि इस ग्रुप में वॉरशिप, रिसर्च वेसल, सैटेलाइट ट्रैकिंग वेसल और फिशिंग क्राफ्ट शामिल हैं.उन्होंने कहा कि चीन न सिर्फ साउथ चाइना सी में बल्कि इंडियन ओशन रीजन में भी ज्यादा अग्रेसिव होता जा रहा है. उन्होंने कहा कि चीन एक स्थायी चुनौती बना रहेगा.
नेवी ऑफिसर ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और बाद में पड़ोसी देश के कई एयर बेस को भी निशाना बनाया. एक अहम मोड़ रहा है और इसने इस्लामाबाद के साथ नई दिल्ली के रिश्तों में एक नया नॉर्मल बनाया है.
हथियार बंद करने की एक्सरसाइज
वाइस-एडमिरल ने कहा कि यह पाकिस्तान और सबकॉन्टिनेंट में जो कुछ भी होता है, उस पर पाकिस्तान के जवाब को देखने के हमारे नज़रिए से एक बहुत बड़ा बदलाव है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, बेशक, ऑपरेशन खत्म होने के बाद, पहले कभी नहीं की तरह खुद को हथियारबंद करने की एक्सरसाइज कर रहा है. उन्होंने कहा कि तो यह फिर से सबकॉन्टिनेंट में हम सभी के लिए चिंता की बात होनी चाहिए.

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