मध्य प्रदेश में नवंबर के मध्य में ही सर्दी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। कई शहरों में तापमान तेजी से गिर रहा है और शीतलहर चलने लगी है। बालाघाट और अनूपपुर में बीते दो दिनों से कोल्ड डे जैसे हालात बने हुए हैं, वहीं राजगढ़ में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले चार दिनों तक प्रदेश के कई जिलों में ऐसी ही ठिठुरन बनी रहेगी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में लगातार बर्फबारी हो रही है। इसके साथ ही हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ (पश्चिमी हवाओं का प्रभाव) इस बार सामान्य से एक सप्ताह पहले सक्रिय हो गया है। इसका सीधा असर मध्य प्रदेश के तापमान पर पड़ा है, जिससे यहां सर्द हवाएं बहने लगी हैं और तापमान तेजी से नीचे जा रहा है।
मौसम विभाग ने गुरुवार को भोपाल, इंदौर, राजगढ़, शाजापुर, सीहोर, सिवनी, सतना, निवाड़ी, छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, उमरिया और मैहर जिलों में शीतलहर चलने का अलर्ट जारी किया है। वहीं, मंगलवार और बुधवार की रात प्रदेश के नौ प्रमुख शहरों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। राजगढ़ में 7 डिग्री, इंदौर में 8.2 डिग्री, भोपाल में 8.4 डिग्री, उमरिया में 8.6 डिग्री, नौगांव और मलाजखंड में 8.7 डिग्री, रीवा में 9 डिग्री, छिंदवाड़ा में 9.8 डिग्री, जबकि ग्वालियर और जबलपुर में 10.6 डिग्री तथा उज्जैन में 11.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ। मौसम विभाग ने लोगों को सुबह और देर शाम के समय ठंडी हवाओं से बचने की सलाह दी है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यदि पश्चिमी विक्षोभ इसी तरह सक्रिय रहा तो नवंबर के अंत तक प्रदेश में सर्दी और अधिक बढ़ सकती है। **

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