महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एनडीए की सहयोगी पार्टी शिवसेना को करारा झटका दिया है. सीएम फडणवीस ने पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को बालासाहेब ठाकरे राष्ट्रीय स्मारक का चेयरमैन चुना है. उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना बालासाहेब ठाकरे राष्ट्रीय स्मारक के चेयरमैन पद से उद्धव ठाकरे को हटाने की मांग कर रही थी.
बालासाहेब ठाकरे ने 1966 में शिवसेना की स्थापना की थी. इसके बाद पार्टी पूरे राज्य में फैल गई. हालांकि, 2022 में एकनाथ शिंदे ने मूल शिवसेना से बगावत कर दी. इसके कारण शिवसेना दो धड़ों में बंट गई. शिवसेना के दोनों गुट अभी लड़ रहे हैं. इस बीच, मुंबई के शिवाजी पार्क में शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे का राष्ट्रीय स्मारक है. शिवसेना नेता रामदास कदम ने उद्धव ठाकरे को इस स्मारक के चेयरमैन पद से हटाने की मांग की थी.
इस बीच, इस राष्ट्रीय स्मारक को लेकर एक अहम खबर सामने आ रही है. उद्धव ठाकरे को इस स्मारक का चेयरमैन नियुक्त किया गया है. यह आदेश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता वाले सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी किया गया है.
सरकारी आदेश क्या कहता है?सरकारी आदेश के अनुसार, उद्धव ठाकरे को बालासाहेब ठाकरे राष्ट्रीय स्मारक का चेयरमैन नियुक्त किया गया है, जबकि सुभाष देसाई को सचिव और आदित्य ठाकरे को सदस्य नियुक्त किया गया है. स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे की स्मृति को संजोए रखने के लिए, मुंबई में भव्य स्मारक बनाने के लिए दादर के शिवाजी पार्क स्थित "मेयर बंगले" स्थल का चयन किया गया है. इस स्मारक के लिए एक सरकारी सार्वजनिक न्यास की स्थापना की गई है. जिसके अनुसार, 27 सितंबर, 2016 को एक सरकारी निर्णय द्वारा उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में एक सार्वजनिक न्यास और संस्था की स्थापना की गई.
उद्धव ठाकरे ने 2019 में बालासाहेब ठाकरे राष्ट्रीय स्मारक सार्वजनिक न्यास के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था. न्यास के मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन और नियम एवं विनियमों के ए. क्रमांक 14 के प्रावधानों के अनुसार, न्यास में चेयरमैन और अन्य सदस्यों की प्रथम नियुक्ति की 3 वर्ष की अवधि समाप्त हो गई है. पदेन सदस्यों को छोड़कर, चेयरमैन और सदस्यों के पदों को भरने के संबंध में आदेश 13 मार्च, 2020 को जारी किया गया था. ट्रस्ट के चेयरमैन और पदेन सदस्यों को छोड़कर अन्य सदस्यों का 5 वर्ष का कार्यकाल 11 मार्च, 2025 को समाप्त हो गया.
सुभाष राजाराम देसाई ने मुंबई पब्लिक ट्रस्ट अधिनियम, 1950 के तहत 'बालासाहेब ठाकरे राष्ट्रीय स्मारक' नामक एक सार्वजनिक ट्रस्ट की स्थापना की है और यह संस्था सहकारी समिति पंजीकरण अधिनियम, 1960 के तहत पंजीकृत है. इसलिए, राज्य सरकार ने चेयरमैन और अन्य सदस्यों का चयन किया है.
राजनीति में होगा उलटफेर?मुंबई नगर निगम चुनाव से पहले, मुख्यमंत्री फडणवीस का यह फैसला भविष्य में राजनीति में उलटफेर का संकेत माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नगर निगम चुनाव से पहले यह फैसला लेकर बड़ा राजनीतिक खेल खेला है.

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