बालाघाट: लोकायुक्त पुलिस जबलपुर ने परसवाड़ा जनपद की ग्राम पंचायत उकवा के सचिव को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. जमीन पर मकान बनाने के लिए एनओसी देने के नाम पर सचिव ने हितग्राही से डेढ़ लाख रिश्वत की मांग की थी. इसके बाद एक लाख में एनओसी देना तय हुआ और रिश्वत की 50 हजार की पहली किस्त लेते लोकायुक्त ने गिरफ्तार कर लिया.
एनओसी के लिए मांगी थी डेढ़ लाख की रिश्वत
मामला परसवाड़ा जनपद की ग्राम पंचायत उकवा का है. यहां पंचायत सचिव योगेश हिरवाने ने हितग्राही से मकान निर्माण की एनओसी के एवज में पहले 20 हजार की मांग की थी. शिकायतकर्ता अंकुश चौकसे ने बताया कि "आबादी वाली जमीन पर घर बनाने के लिए एनओसी देने के नाम पर कई बार परेशान किया और 20 हजार की मांग की लेकिन एनओसी जारी करने से पहले मौका स्थल देखने के बाद सचिव ने अपनी मांग बढ़ा दी और डेढ़ लाख की मांग करने लगा. तब किसी तरह एक लाख में एनओसी देना तय हुआ. जिसकी शिकायत मेरे द्वारा लोकायुक्त जबलपुर को की गई थी.
एनओसी को लेकर किया कई माह परेशान'
शिकायतकर्ता अंकुश चौकसे ने बताया कि "वादे के मुताबिक पचास हजार की राशि मेरे द्वारा पंचायत भवन के सामने दी जा रही थी, तभी रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए सचिव योगेश हिरवाने को लोकायुक्त ने गिरफ्तार कर लिया. मकान निर्माण की एनओसी देने के नाम पर पंचायत सचिव ने कई माह लगातार परेशान किया. इससे तंग आकर लोकायुक्त में शिकायत की और लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने इसे पकड़ लिया.
50 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
लोकायुक्त निरीक्षक जितेंद्र यादव ने बताया कि "पट्टे की जमीन पर मकान निर्माण की एनओसी को लेकर उकवा के ग्राम पंचायत सचिव योगेश हिरवाने ने रिश्वत मांगी थी. घूस मांगने की शिकायत मिलने पर एक लाख की रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई और इसके बाद रिश्वत की पहली किस्त 50 हजार लेते पंचायत सचिव को ग्राम पंचायत के सामने गिरफ्तार किया गया. भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13(1)(B), 13(2) के तहत कार्रवाई की गई." इस कार्रवाई में लोकायुक्त जबलपुर निरीक्षक जितेंद्र यादव, निरीक्षक रेखा प्रजापति, निरीक्षक बृजमोहन सिंह नरवरिया और टीम के अन्य सदस्य मौजूद थे.

Post a Comment