गाजा के राफा क्षेत्र के एक सुरंग में हमास के 200 लड़ाके फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के लिए तुर्की और मिस्र मध्यस्थता कर रहा है। मिस्र ने उन लड़ाकों को अपने हथियार सौंपने और दूसरे क्षेत्र में जाने का प्रस्ताव दिया है। मिस्र ने कहा है कि अगर हमास ऐसा करेगा तो इजरायल उन्हें नहीं मारेगा।
हमास ने कहा है कि गाजा के राफा क्षेत्र में एक बंकर में फंसे उसके 200 लड़ाके इजरायली सेना के आगे सरेंडर नहीं करेंगे। हमास के सशस्त्र शाखा ने रविवार को इसकी घोषणा की है। हमास ने मध्यस्थों से एक महीने पहले लागू हुए युद्धविराम को खतरे में डालने वाले इस संकट का कोई और समाधान खोजने का आग्रह किया है। दूसरी तरफ रिपोर्ट है कि इजरायली सेना ने बंकर को बंद करना शुरू कर दिया है, जिससे हमास के 200 लड़ाकों की जिंदगी खतरे में पड़ गई है।
बंकर में फंसे लड़ाकों को बाहर निकालने के लिए मध्यस्थता कर रहे सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्यस्थ, एक प्रस्ताव के तहत सूरंग में फंसे हमास के लड़ाकों से हथियार सरेंडर करने के बदले उन्हें गाजा के किसी और क्षेत्र में जाने के लिए कह रहे हैं। लेकिन हमास ने कहा है कि उसके लड़ाके हथियार नहीं डालेंगे। दूसरी तरफ, तुर्की के एक सीनियर अधिकारी ने कहा है कि तुर्की, गाजा में सुरंगों में फंसे लगभग 200 'नागरिकों' की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है। अधिकारी ने कहा है कि तुर्की ने करीब 10 साल पहले गाजा में मारे गये एक इजरायली सैनिक के शव की वापसी के दौरान मदद की है।
हमास के सैन्य शाखा इज़्ज़ेदिन अल-क़स्साम ब्रिगेड ने रविवार को जारी अपने बयान में इस स्थिति के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि उसके लड़ाके अपना बचाव कर रहे हैं। हमास ने कहा, "दुश्मन को यह पता होना चाहिए कि आत्मसमर्पण और खुद को सौंपने की अवधारणा अल-क़स्साम ब्रिगेड के डिक्शनरी में मौजूद ही नहीं है।" वहीं, अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने गुरुवार को कहा कि लगभग 200 आतंकवादियों के लिए प्रस्तावित समझौता गाजा में हमास बलों को निरस्त्र करने की व्यापक प्रक्रिया का एक परीक्षण होगा। अल-क़स्साम ब्रिगेड ने राफा में आतंकवादियों पर जारी बातचीत पर सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन संकेत दिया कि यह संकट युद्धविराम को प्रभावित कर सकता है।

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