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उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मध्य से गुजरने वाली ताला उमरिया रोड पर गढ़पुरी में बने एक रिसॉर्ट और सड़क के बीच से गुस्से में एक बाघिन के दौड़ने का वीडियो सामने आया है।
इस वीडियो में बाघिन रिसॉर्ट के ठीक सामने से दौड़ती हुई नजर आ रही है और आगे आकर यह बाघिन जंगल के बीच से सड़क के नीचे से होते हुए बहाने वाले उस नाल तक पहुंच कर रुक जाती है, जो नाला आगे जाकर रिसोर्ट के पीछे निकल जाता है।
पर रिसॉर्ट मालिक द्वारा बनाया गया एक विवादित हिस्सा भी नजर आ रहा है। सवाल उठता है कि बाघिन इतनी तेजी से गुस्से में आखिर क्यों दौड़ रही है? सवाल यह भी है कि बाकी को यह गुस्सा आखिर आया क्यों? इसी मामले की जांच के आदेश फील्ड डायरेक्टर ने रेंजर ताला को दिए हैं।अभी तक यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अपने स्वाभाविक मार्ग पर बाघिन जंगल से निकलकर आई होगी और उसे देखने के बाद सड़क से गुजरने वाले वाहन आम दिनों की तरह रुक गए होंगे।
किसी वाहन चालक ने निश्चित तौर पर बाघिन के साथ छेड़खानी की होगी, जिसके कारण बाघिन गुस्से से एक दिशा में दौड़ पड़ी। यह अनुमान भी लगाया जा रहा है कि संभवत बाघिन अपने किसी शिकार के पीछे दौड़ रही होगी, जो घनी झाड़ियां के कारण दिखाई नहीं पड़ रहा है।
नहीं होता नियमों का पालन
सड़क और रिसॉर्ट के बीच में जहां बाघिन दौड़ती हुई नजर आ रही है वह बाघिन का स्वाभाविक मार्ग है और यहां से अक्सर बाघिन का पूरा कुनबा गुजरा हुआ दिखाई पड़ता है। सड़क पर से गुजरने वाले वाहन और पैदल लोग यहां बाघिन और उसके कुनबे को देखकर अक्सर नियमों की अवहेलना करने लगते हैं।
बाघिन और उसके कुंनबे को देखकर सड़क पर वाहनों की कतार लग जाती है, जबकि इस सड़क पर किसी भी समय रुकने की मनाही है। यह सड़क मार्ग घने जंगल के बीच से होकर गुजरता है जिसके कारण यहां से बाघ और दूसरे जानवरों का आना-जाना बना रहता है। यही कारण है कि इस मार्ग पर चलने और रुकने के नियम बनाए गए हैं।
इस मार्ग पर कोई भी वाहन 20 किलोमीटर की गति से ज्यादा रफ्तार से नहीं चलाया जा सकता और इस मार्ग पर किसी भी स्थिति में ठहरने की अनुमति भी नहीं है। इसके बावजूद लोग जानवरों को देखकर न सिर्फ रुक जाते हैं बल्कि फोटो खींचने लगते हैं और जानवरों के साथ छेड़छाड़ भी करते हैं।
जांच में आएगी सच्चाई सामने
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर डॉक्टर अनुपम सहाय का कहना है कि इस मामले की जांच की जिम्मेदारी रेंजर ताला को सौंपी गई है।
रेंजर ताला इस मामले में जांच करने के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे, जिससे घटना की सच्चाई सामने आएगी। अगर इस मामले में कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई भी की जाएगी।
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि जंगल में सड़क के किनारे बना रिसॉर्ट वन प्राणियों के लिए बड़ी बाधा का कारण है और इस मामले को लेकर वन विभाग और रिसॉर्ट संचालक के बीच लंबे समय से विवाद भी चल रहा है।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में इसी तरह बने कई अन्य रिसॉर्ट भी वन्य प्राणियों के मार्ग की बाधा बन गए हैं लेकिन उनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई आज तक नहीं हो पाई है।

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