उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने यंग महिलाओं को लिव-इन रिलेशनशिप से दूर रहने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि हमें ऐसे रिश्तों से दूर रहना चाहिए जो शोषण का कारण बन सकती हैं और उन्हें अपने व्यक्तिगत जीवन में सतर्क रहने की भी सलाह दी. पटेल ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल डिग्री हासिल करना नहीं है. यंग महिलाओं से आग्रह किया कि वे लिव-इन रिलेशनशिप से दूर रहें, क्योंकि ऐसे रिश्ते उन्हें शोषण का शिकार बना सकते हैं.।
लिव-इन से रहे दूरे
पटेल ने अपने एक बयान में कहा, “बेटियों को कोई भी निर्णय लेने से पहले सावधानी से सोचना चाहिए और लिव-इन रिलेशनशिप जैसे रिश्तों से दूर रहना चाहिए जो शोषण का कारण बन सकती हैं.” उन्होंने छात्रों को अपने व्यक्तिगत जीवन में सतर्क रहने की सलाह दी. साथ ही उन्होंने छात्रों से बुद्धिमानी से निर्णय लेने और ऐसे लोगों से सावधान रहने की भी अपील की जो उनके विश्वास का दुरुपयोग कर सकते हैं.
शिक्षा का उद्देश्य केवल डिग्री हासिल करना नहीं
पटेल ने छात्रों को दिए अपने भाषण में कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल डिग्री हासिल करना नहीं है. उन्होंने कहा, “शिक्षा जीवन में बदलाव लाने का एक साधन है, न कि केवल प्रमाण पत्र पाने का जरिया है.” पटेल ने छात्रों से अपने जीवन में अनुशासन, कर्तव्य, और देशभक्ति की भावना को बनाए रखने की अपील की.
इसके आगे पटेल ने कहा क कि छात्रों से कहा कि अपने हॉस्टल और विश्वविद्यालयों की देखभाल करनी चाहिए, हर सप्ताह कम से कम एक घंटे स्वच्छता अभियान में भाग लेना चाहिए, और अपने आसपास के माहौल को बेहतर बनाने के लिए सक्रिय योगदान देना चाहिए.
थर्ड जेंडर की शिक्षा पर दिया जोर
पटेल ने थर्ड जेंडर की शिक्षा पर भी जोर दिया. इसके लिए उन्होंने विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना की. पटेल ने घोषणा करते हुए कहा कि ताइवान के साथ जल्द एक समझौता किया जाएगा ताकि शैक्षिक सहयोग बढ़ाया जा सके.
राज्यपाल ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर कहा कि प्राकृतिक आपदाएं इंसानों द्वारा पर्यावरण में छेड़छाड़ करने से बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा, “हमने खुद पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया है और इसको फिर से संतुलित करना हमारी जिम्मेदारी है.”

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