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दिलीप बिल्डकॉन (DB) पर इनकम टैक्स की जबरदस्त कार्रवाई Income Tax takes strong action against Dilip Buildcon (DB)


बौद्धिक प्रतिकार (प्रणव बजाज )


भोपाल, इंदौर और पीथमपुर में छापेमारी, दिलीप सूर्यवंशी के वित्तीय लेन-देन की गहन जांच”

दिलीप बिल्डकॉन पर इनकम टैक्स की बड़ी कार्रवाई, भोपाल-इंदौर-पिथमपुर में छापेमारी

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित प्रमुख निर्माण और अवसंरचना कंपनी दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड (Dilip Buildcon Limited) पर इनकम टैक्स विभाग की बड़ी कार्रवाई की गई है। सोमवार, 13 अक्टूबर 2025 को इनकम टैक्स की टीम ने कंपनी के भोपाल स्थित मुख्यालय, इंदौर और पीथमपुर सहित कुल पांच प्रमुख ठिकानों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई का मकसद कंपनी के वित्तीय लेन-देन, टैक्स चोरी, और शेयर मूल्य में गड़बड़ी की जांच करना बताया जा रहा है।



सूत्रों के अनुसार, इस ऑपरेशन में करीब 350 इनकम टैक्स अधिकारी और उतनी ही संख्या में पुलिसकर्मी शामिल थे। कार्रवाई के दौरान कंपनी के सभी ठिकानों से महत्वपूर्ण दस्तावेज और वित्तीय रिकॉर्ड जब्त किए गए हैं।

कार्रवाई के प्रमुख स्थल और बिंदु

इस बार की छापेमारी में निम्नलिखित प्रमुख ठिकानों को टारगेट किया गया:

भोपाल में कोलार स्थित दिलीप बिल्डकॉन का मुख्यालय।

इंदौर के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र में कंपनी के कार्यालय।

पीथमपुर के औद्योगिक ठिकाने।

अन्य दो सहायक ठिकाने जो वित्तीय रिकॉर्ड और परियोजना प्रबंधन से जुड़े हैं।

इन ठिकानों की जांच का मुख्य कारण बताया जा रहा है टैक्स चोरी, अवैध वित्तीय लेन-देन, और शेयर मूल्य में गड़बड़ी। इन मामलों की गंभीरता को देखते हुए, इनकम टैक्स विभाग ने सभी ठिकानों से जरूरी दस्तावेज और रिकॉर्ड जब्त कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

दिलीप सूर्यवंशी और राजनीतिक जुड़ाव

दिलीप बिल्डकॉन के मालिक दिलीप सूर्यवंशी देश के बड़े कारोबारियों की सूची में शामिल हैं। उनके राजनीतिक नेताओं के साथ अच्छे संबंधों की चर्चा लंबे समय से रही है। बताया जा रहा है कि उनके करीबी संपर्क मध्य प्रदेश के प्रमुख राजनीतिक नेताओं से हैं।

राजनीतिक गलियारों में इस कार्रवाई के बाद हलचल बढ़ गई है, क्योंकि दिलीप सूर्यवंशी और उनके सहयोगियों के वित्तीय मामले कई वर्षों से चर्चा में हैं। पिछली जांचों में भी इनकी भूमिका को लेकर कई सवाल उठ चुके हैं।


पहले की जांच और विवाद

यह पहली बार नहीं है जब दिलीप बिल्डकॉन और दिलीप सूर्यवंशी की जांच की गई हो।

2012 में जांच: उस समय इनकम टैक्स विभाग ने देशभर में 60 स्थानों पर छापेमारी की थी। भोपाल के प्रमुख ठिकानों पर भी कार्रवाई की गई थी। इस कार्रवाई में लगभग 5 करोड़ रुपये नकद और करोड़ों रुपये की ज्वैलरी जब्त की गई थी।

2020 में जांच: मध्य प्रदेश में दो प्रमुख बिल्डरों के ठिकानों पर इनकम टैक्स टीम ने छापेमारी की थी। इस दौरान 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए गए थे।

इन सभी मामलों में वित्तीय अनियमितताओं और टैक्स चोरी के आरोप सामने आए थे। ऐसे में 2025 की इस कार्रवाई को इस श्रृंखला की अगली कड़ी माना जा रहा है।


कंपनी का परिचय और वर्तमान स्थिति

दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड देश की प्रमुख निर्माण और अवसंरचना विकास कंपनी है। यह कंपनी सड़क, एक्सप्रेसवे, रेलवे और मेट्रो परियोजनाओं में सक्रिय रूप से काम करती है। हाल ही में भोपाल और इंदौर मेट्रो रेल परियोजना के लिए कंपनी को 476.02 करोड़ रुपये के ऑर्डर प्राप्त हुए हैं।

कंपनी के शेयर मूल्य में हाल ही में वृद्धि देखी गई है। जून 2025 में 1,060 करोड़ रुपये की एक्सप्रेसवे परियोजना की प्राविजनल पूर्णता की घोषणा के बाद कंपनी के शेयर मूल्य में 4% की वृद्धि दर्ज की गई।

दिलीप बिल्डकॉन की सक्रिय परियोजनाओं और बड़े ऑर्डरों को देखते हुए, इस समय की इनकम टैक्स कार्रवाई उद्योग और निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संकेत देती है।


वित्तीय जांच का दायरा

इनकम टैक्स विभाग की टीम ने कार्रवाई के दौरान कंपनी के सभी ठिकानों से वित्तीय दस्तावेज, शेयर रिकॉर्ड, कर संबंधित दस्तावेज और अन्य आवश्यक प्रमाण जब्त किए हैं।

जांच के दायरे में शामिल हैं:

शेयर मूल्य में अनियमितताएं।

टैक्स चोरी और अवैध वित्तीय लेन-देन।

पिछले वित्तीय वर्षों के खाते और प्रोजेक्ट बिलिंग का सत्यापन।

नकद और बैंक लेन-देन का पूरा हिसाब।

इस जांच के आधार पर विभाग अगले कदम में यह तय करेगा कि किसी कानूनी कार्रवाई या जुर्माने की जरूरत है या नहीं।

भोपाल और मध्य प्रदेश में उद्योग पर प्रभाव

दिलीप बिल्डकॉन की कार्रवाई से न केवल कंपनी बल्कि पूरे मध्य प्रदेश के निर्माण और अवसंरचना क्षेत्र पर असर पड़ सकता है।

परियोजना निष्पादन की पारदर्शिता पर सवाल उठ सकते हैं।

निवेशकों और सरकारी अधिकारियों के लिए वित्तीय अनुशासन की जांच की जरूरत स्पष्ट होती है।

भविष्य की निर्माण परियोजनाओं और ठेकों में पारदर्शिता और नियामक मानकों का प्रभाव देखा जा सकता है।

इससे यह भी स्पष्ट होता है कि इनकम टैक्स विभाग राज्य में बड़े निर्माण और अवसंरचना कारोबार पर नज़र रख रहा है।


आगे की संभावित कार्रवाई

इनकम टैक्स विभाग ने स्पष्ट किया है कि सभी दस्तावेज और रिकॉर्ड की गहन जांच की जाएगी। इसके तहत:

अवैध लेन-देन और टैक्स चोरी के आरोपों की पुष्टि की जाएगी।

वित्तीय गड़बड़ी या शेयर मूल्य में अनियमितताओं का खुलासा होगा।

आवश्यक होने पर कानूनी कार्रवाई और जुर्माने का भी विकल्प अपनाया जाएगा।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस कार्रवाई के परिणाम निवेशकों और उद्योग जगत के लिए संकेतक साबित होंगे।

निष्कर्ष

दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड पर यह बड़ी इनकम टैक्स कार्रवाई न केवल कंपनी के लिए, बल्कि मध्य प्रदेश के निर्माण क्षेत्र में पारदर्शिता और वित्तीय अनुशासन की जांच के लिहाज से महत्वपूर्ण है। भोपाल, इंदौर और पीथमपुर में पांच ठिकानों पर की गई छापेमारी इस बात का संकेत है कि वित्तीय अनियमितताओं के मामलों पर विभाग सख्ती से कार्रवाई कर रहा है।

दिलीप सूर्यवंशी और उनकी कंपनी के खिलाफ यह कार्रवाई राज्य और निवेशकों के लिए एक चेतावनी की तरह है कि किसी भी अवैध या अनुचित वित्तीय गतिविधियों को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।

आगे की जांच के बाद यह स्पष्ट होगा कि टैक्स चोरी, अवैध लेन-देन और शेयर मूल्य में गड़बड़ी के आरोप कितने सही हैं और किस हद तक कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता होगी।

इस कार्रवाई की गूंज न केवल भोपाल और मध्य प्रदेश में, बल्कि पूरे देश के निर्माण और अवसंरचना उद्योग में सुनाई दे रही है।

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