इस मौसम में मुंह ढककर सोने का अलग ही मजा है. कंबल में खुद को लपेटकर सोने से नींद बहुत अच्छी आती है, लेकिन क्या आपको पता है कि कई बार यह हमारी हेल्थ पर बुरा असर डाल सकता है? जी हां. विशेषज्ञों के अनुसार ऐसा करने से सांस लेने में दिक्कत हो सकती है, क्योंकि मुंह ढकने से शरीर को शुद्ध ऑक्सीजन नहीं मिल पाता. इसकी वजह से कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स शुरू हो जाती हैं. ऐसे में यह समझना बेहद जरूरी है कि ठंड से बचने के लिए ठीक तरह से सोना जरूरी है. ऐसे में वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के मुताबिक जानते हैं सोने का सही तरीका क्या है?
मुंह ढककर सोने से क्या असर पड़ता है?
ऑक्सीजन का लेवल कम होना- अगर आप ठंड से बचने के लिए मुंह के साथ-साथ कमरा भी बंद करके सोते हैं तो ऐसा ना करें, क्योंकि इससे ऑक्सीजन का लेवल कम हो सकता है और आपको सोते वक्त परेशानी हो सकती है.सांस लेने में दिक्कत- लंबे वक्त तक ऐसा करने से फेफड़ों पर असर पड़ सकता है. कई बार फ्रेश हवा अंदर नहीं आ पाती, जिसकी वजह से सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. यह दिक्कत तब ज्यादा बढ़ सकती है जब एक कंबल में एक साथ दो लोग सो रहे होते हैं. पिंपल्स की समस्या- हवा ना लगने की वजह से कंबल के अंदर नमी पैदा हो जाती है और इससे स्किन चिपचिपी हो सकती है. इसकी वजह से कई बार पिंपल्स की समस्या हो सकती है.
सोने का सही तरीका क्या है?
ठंड में सोने का सही तरीका है कि पहले आप आरामदायक कपड़े पहनें, क्योंकि ज्यादा मोटे कपड़े में अच्छी नींद नहीं आएगी.
साइंस के मुताबिक बाई करवट से सोना बेहतर है, क्योंकि इससे पाचन बेहतर होता है और खर्राटे भी कम आते हैं.
सोते वक्त सिर को थोड़ा ऊंचा रखें और तकिया को गर्दन के पास रखें, ताकि सांस लेने में आसानी हो जाए.
कंबल को सीने तक ही रखना बेहतर है और अगर आप मुंह ढक रहे हैं तो ज्यादा भारी कंबल इस्तेमाल ना करें.
कमरे में बाहर से हल्की हवा आने का रास्ता रखें, ताकि कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकलता रहे.

Post a Comment