अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री अगले हफ्ते भारत आएंगे। यह पिछले तीन महीनों में काबुल से तीसरा बड़ा दौरा होगा। इससे पहले विदेश मंत्री और वाणिज्य मंत्री भी भारत आ चुके हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री का ये भारत दौरा दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करेगा। खासकर ऐसे वक्त में जब पाकिस्तान दोनों देशों के बीच दरार डालने की कोशिश कर रहा है। जिस तरह से अफगानिस्तान के मंत्री भारत का दौरा कर रहे हैं इससे पाकिस्तान परेशान जरूर होगा।
अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री का भारत दौरा
अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री मौलवी नूर जलाल जलाली जल्द ही भारत की यात्रा पर होंगे। जलाली की यह यात्रा अक्टूबर में विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी और नवंबर में वाणिज्य मंत्री नूरुद्दीन अजीजी की यात्राओं के बाद हो रही है। वहां के स्वास्थ्य मंत्री का ये दौरा भारत-अफगानिस्तान के बीच स्वास्थ्य सहयोग को और बढ़ाएगा। भारत, अफगानिस्तान को लगातार मानवीय सहायता भी दे रहा है।
दोनों देशों के रिश्ते से पाकिस्तान को लग रही मिर्ची!
भारत, अफगानिस्तान में कई स्वास्थ्य प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है। इनमें काबुल के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ में थैलेसीमिया सेंटर की स्थापना, एक आधुनिक डायग्नोस्टिक सेंटर और हीटिंग सिस्टम को बेहतर बनाना शामिल है। इसके अलावा, भारत, अफगानिस्तान के बाग्रामी जिले में 30 बेड वाला एक अस्पताल बनाने की योजना पर भी काम कर रहा है। साथ ही, कैंसर इलाज के लिए एक सेंटर, एक ट्रॉमा सेंटर और पांच मैटरनिटी क्लीनिक भी खोले जाएंगे।
लगातार अफगानिस्तान को भारत दे रहा जरूरी मदद
भारत ने अफगानिस्तान के करीब 75 नागरिकों को 75 कृत्रिम अंग ((प्रोस्थेटिक लिम्ब्स) भी लगवाए हैं। नवंबर में, भारत ने मलेरिया, डेंगू और लेश्मानियासिस जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए 16 टन से ज्यादा दवाएं अफगानिस्तान को दान की थीं। भारत ने अफगानिस्तान को फ्लू और मेनिनजाइटिस जैसी बीमारियों से बचाव के लिए भी जरूरी स्वास्थ्य सहायता दी है।

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