इदौर। शहर में वर्षों से जाम पड़ी ड्रेनेज लाइनों की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम को बड़ी राहत मिली है। मध्यप्रदेश में पहली बार इंदौर नगर निगम को अत्याधुनिक सुपर सक्शन मशीन प्राप्त हुई है, जिसकी मदद से अब सीवरेज लाइनों की सफाई बेहद कम समय में और प्रभावी तरीके से की जा सकेगी। करीब तीन करोड़ रुपये कीमत की यह मशीन तेज दबाव के साथ सीवरेज में फंसे कचरे, ईंट, पत्थर और मलबे को बाहर निकालने में सक्षम है। फिलहाल निगम ने ऐसी दो मशीनें खरीदी हैं और यदि इनका प्रयोग पूरी तरह सफल रहा तो आगे और मशीनें भी खरीदी जाएंगी।
अब तक ड्रेनेज लाइनें चोक होने पर नगर निगम की टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ती थी। अलग-अलग संसाधनों के सहारे सफाई का काम किया जाता था, जिसमें समय भी ज्यादा लगता था और कई बार समस्या पूरी तरह दूर नहीं हो पाती थी। शहर के कई वार्डों में वर्षों पुरानी ड्रेनेज लाइनें जर्जर हो चुकी हैं। कई जगह चेंबर ध्वस्त हो जाते हैं और गिट्टी, ईंट व अन्य मटेरियल सीवरेज लाइनों में फंस जाता है, जिससे बार-बार जाम की स्थिति बनती है। पुराने इंदौर क्षेत्र में इस तरह की शिकायतें सबसे ज्यादा सामने आती रही हैं, जिससे निगम अधिकारियों को भी काफी परेशानी झेलनी पड़ती थी। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए नगर निगम द्वारा अत्याधुनिक संसाधन खरीदने की योजना बनाई गई थी। निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव के निर्देश पर सुपर सक्शन मशीनें खरीदी गईं। शुरुआत में छह करोड़ रुपये की लागत से दो मशीनें इंदौर को मिली हैं। इनका प्रयोग शहर के विभिन्न क्षेत्रों में प्रारंभ कर दिया गया है। झोन क्रमांक तीन के अंतर्गत आने वाले कई ऐसे वार्ड, जहां ड्रेनेज लाइनें लगातार चोक हो रही थीं, वहां इस मशीन के माध्यम से सफाई की गई। इस दौरान जोनल अधिकारी राज ठाकुर सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। कई स्थानों पर वर्षों से जाम पड़ी ड्रेनेज लाइनें कुछ ही मिनटों में साफ कर दी गईं।
अधिकारियों के अनुसार यह विशालकाय मशीन उच्च दबाव तकनीक से काम करती है। इसके साथ कुछ सहायक वाहन भी चलते हैं, जिनकी मदद से सीवरेज लाइनों में फंसा कचरा, बड़े पत्थर, ईंटें और फर्शियां तक बाहर खींच ली जाती हैं। इससे सफाई का काम तेज, सुरक्षित और प्रभावी हो गया है। नगर निगम अब उन क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाने की तैयारी में है, जहां सीवरेज लाइन चोक होने की शिकायतें सबसे ज्यादा आती हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस मशीन के माध्यम से यह भी स्पष्ट हो सकेगा कि किस क्षेत्र में कितनी देर में सफाई का काम पूरा हो रहा है। यदि यह प्रयोग पूरी तरह सफल रहा तो भविष्य में ऐसी और मशीनें खरीदी जाएंगी। गौरतलब है कि इंदौर में सीवरेज लाइन चोक होने की शिकायतें मुख्यमंत्री हेल्पलाइन और अन्य शिकायत पोर्टलों पर बड़ी संख्या में दर्ज होती रही हैं, इसी कारण प्रदेश में सबसे पहले यह अत्याधुनिक मशीन इंदौर नगर निगम द्वारा खरीदी गई है।
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