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धन कुबेर निकला वन अधिकारी, विजिलेंस के छापे में करोड़ों की संपत्ति बरामद, नकदी-सोना और प्लॉट्स के कागजों का लगा अंबारThe forest officer turned out to be a millionaire; crores of rupees worth of assets were recovered in a vigilance raid, including piles of cash, gold, and property documents.

 ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले के राहामा फॉरेस्ट रेंज में पदस्थापित वन रेंजर राजेंद्र कुमार सामंतराय के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में बड़ी कार्रवाई सामने आई है। ओडिशा विजिलेंस की टीम ने एक साथ चार ठिकानों पर छापेमारी कर करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्ति का खुलासा किया है

विजिलेंस जांच में अब तक बैंक, डाकघर और बीमा योजनाओं में करीब 80.68 लाख रुपये की जमा राशि, 3.69 लाख रुपये नकद, और लगभग 250 ग्राम सोने के गहने बरामद किए गए हैं। इसके अलावा एक बोलेरो और दो मोटरसाइकिल भी जब्त की गई हैं। घर में मौजूद घरेलू सामान की अनुमानित कीमत करीब 11 लाख रुपये बताई जा रही है।


जांच के दौरान क्या-क्या मिला?

जांच के दौरान दो बहुमंजिला इमारतें और कुल 5 कीमती प्लॉट भी सामने आए हैं। इनमें जगतसिंहपुर के चतरा में लगभग 5500 वर्गफुट क्षेत्रफल की एक ट्रिपल-स्टोरी बिल्डिंग, पैतृक गांव समंतरायपुर में 2500 वर्गफुट की डबल-स्टोरी बिल्डिंग, जगतसिंहपुर शहर में 3 प्लॉट और कटक शहर के बाहरी इलाके में 2 प्लॉट शामिल हैं। इन सभी इमारतों और प्लॉट्स की नाप-जोख और मूल्यांकन विजिलेंस की तकनीकी टीम द्वारा किया जा रहा है, जिससे कुल संपत्ति का आंकड़ा और बढ़ने की संभावना है।

विजिलेंस अधिकारियों के मुताबिक, यह कार्रवाई 20 दिसंबर 2025 को अदालत से प्राप्त सर्च वारंट के आधार पर की गई। छापेमारी चार स्थानों पर एक साथ हुई जिनमें चतरा स्थित ट्रिपल-स्टोरी आवास,समंतरायपुर स्थित डबल-स्टोरी पैतृक भवन,संपूर स्थित फॉरेस्ट रेंज कार्यालय, जगतसिंहपुर फॉरेस्ट रेंज परिसर में स्थित सरकारी क्वार्टर शामिल हैं। इस ऑपरेशन में 2 अतिरिक्त एसपी, 5 डीएसपी, 8 इंस्पेक्टर और अन्य सहायक स्टाफ सहित कुल 4 विजिलेंस टीमें शामिल रहीं।

1500 रुपए के मासिक वेतन पर शुरू की थी नौकरी

जानकारी के मुताबिक राजेंद्र कुमार सामंतराय ने 26 नवंबर 1985 को 1500 रुपये मासिक वेतन पर फॉरेस्टर के रूप में सरकारी सेवा शुरू की थी। बाद में 15 सितंबर 2021 को डिप्टी रेंजर और 31 अगस्त 2023 को रेंजर के पद पर प्रमोट होकर वे राहामा फॉरेस्ट रेंज में तैनात हुए। उन्होंने करीब चार दशक तक जगतसिंहपुर और केंद्रापड़ा जिलों में सेवा दी है।

फिलहाल विजिलेंस द्वारा सामंतराय से बरामद संपत्तियों के स्रोत के बारे में पूछताछ की जा रही है। जांच अभी जारी है और आगे और संपत्तियों के उजागर होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

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