हिजाब प्रकरण का पटाक्षेप होता फिलहाल नहीं दिख रहा है। नई-नई बयानबाजी के कारण इस पर सियासत गरमाई हुई है। संबंधित आयुष चिकित्सक की ज्वाइनिंग का दावा भी सही साबित नहीं हुआ।
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां ने इसे बेवजह तूल देने की बात कही। उन्होंने कहा कि पिता-पुत्री के बीच विवाद हो ही नहीं सकता। नीतीश कुमार लड़कियों को बेटी की तरह देखते हैं।
कुछ ऐसा ही बयान अब केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने दिया है। उन्होंने भी कहा है कि यह कोई विवाद का विषय ही नहीं था। इसे तूल नहीं देना चाहिए।
74 साल का बूढ़ा आदमी...
पत्रकारों से बातचीत में मांझी ने कहा कि दिल्ली में उनसे एक महिला पत्रकार ने प्रश्न पूछा। उस समय उसका बाल चेहरे पर झूल रहा था। उससे कहा, बेटा यदि तुम्हारा बाल ठीक से रखने को कह दें, तो उसमें गलत क्या है।
ठीक उसी प्रकार नीतीश कुमार ने कहा कि बेटी कल को तुम डॉक्टर होगी। पब्लिक से मिलना-जुलना होगा। ये हिजाब हटा लो, तो इसमें कौन सी बड़ी बात हो गई।
उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार यदि 20-25 साल के छोकरा होते और ऐसा करते तो कोई बात होती, लेकिन 74 साल का बूढ़ा आदमी ने कहा कि मुंह क्यों ढंके हुई हो तो गलत क्या है इसमें।
समाज को बर्बाद करते हैं कठमुल्ला
मांझी ने धमकी देने वालों को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि ऐसे ही कठमुल्ला लोग समाज को बर्बाद करते ओर समाज में विवाद पैदा करते हैं। केंद्रीय मंत्री ने महिला चिकित्सक के लिए कहा कि वे उसे धन्यवाद देते हैं कि वह नौकरी ज्वाइन करने जा रही है।
हिजाब विवाद पर विपक्ष के नेता भड़के हुए हैं। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने उस आयुष चिकित्सक को तीन लाख सैलरी और मनचाही पोस्टिंग का ऑफर दे दिया तो जदयू ने उनपर जमकर पलटवार किया। इधर सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी उनके बयान से पल्ला झाड़ लिया है।

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