मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के परिवार में खुशियों की बहार आने वाली है. सीएम के छोटे बेटे डॉ. अभिमन्यु यादव की शादी खरगोन की डॉ. इशिता यादव से होने जा रही है. यह शादी न केवल दो डॉक्टरों का मिलन है, बल्कि सादगी और सामाजिक समरसता की अनूठी मिसाल भी बनेगी. 30 नवंबर 2025 को उज्जैन के होटल अथर्व में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह सम्मेलन में अभिमन्यु और इशिता सात फेरे लेंगे. यह पहला मौका होगा, जब कोई मुख्यमंत्री अपने बेटे का विवाह सामूहिक समारोह में करवाएगा.
मोहन यादव बहू?डॉ. इशिता यादव खरगोन जिले के सेल्दा गांव की रहने वाली हैं. उनके पिता दिनेश यादव (पटेल) इलाके के बड़े और सम्मानित किसान हैं. किसान परिवार में जन्मी इशिता ने अपनी मेहनत से चिकित्सा क्षेत्र में जगह बनाई. उन्होंने एमबीबीएस की डिग्री हासिल की और वर्तमान में पोस्ट ग्रेजुएशन (पीजी) कर रही हैं. इशिता न केवल पढ़ाई में अव्वल हैं, बल्कि स्वभाव से सरल और संस्कारी भी मानी जाती हैं. परिवार के करीबी बताते हैं कि इशिता बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना देखती थीं और उन्होंने इसे पूरा कर दिखाया. खरगोन जैसे ग्रामीण क्षेत्र से निकलकर ऊंची शिक्षा प्राप्त करना उनके संघर्ष और लगन का प्रतीक है.
इशिता का परिवार यादव समाज में काफी प्रभावशाली है. पिता दिनेश यादव खेतीबाड़ी के साथ सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहते हैं. दिलचस्प बात यह है कि सीएम मोहन यादव की बेटी आकांक्षा की शादी भी पहले खरगोन में हुई थी, जिससे दोनों परिवारों के बीच पहले से रिश्ता है. अब इशिता के सीएम हाउस की बहू बनने से यह रिश्ता और मजबूत हो जाएगा. इशिता की मां और परिवार के अन्य सदस्य भी धार्मिक और पारंपरिक मूल्यों को महत्व देते हैं.अभिमन्यु और इशिता की सगाई इसी साल जून 2025 में भोपाल के मुख्यमंत्री निवास में सादगी से हुई थी. सीएम मोहन यादव ने खुद सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी साझा की थी. उन्होंने लिखा, “बाबा श्री महाकाल और श्री गोपाल कृष्ण की परम कृपा तथा पूज्य पिताश्री-माताश्री के आशीर्वाद से पुत्र चिरंजीवी डॉ. अभिमन्यु यादव की सगाई खरगोन के श्री दिनेश यादव जी की सुपुत्री डॉ. इशिता यादव से संपन्न हुई.” सगाई में परिवार के करीबी और भाजपा के प्रमुख नेता शामिल हुए. दोनों डॉक्टर होने के कारण यह जोड़ी चिकित्सा और समाजसेवा में बड़ा योगदान देगी, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है.
शादी की तैयारियां जोरों पर हैं. सीएम मोहन यादव ने सादगी की मिसाल पेश करते हुए फैसला किया कि अभिमन्यु का विवाह भव्य आयोजन की बजाय सामूहिक विवाह सम्मेलन में होगा. उज्जैन में होने वाले इस समारोह में सैकड़ों जोड़े एक साथ परिणय सूत्र में बंधेंगे. अभिमन्यु खुद कुशल सर्जन हैं और मास्टर्स इन सर्जरी कर रहे हैं. वे हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करते हैं, ताकि सरकारी सुविधाओं का दुरुपयोग न हो. यह शादी प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है, क्योंकि यह धूमधाम की बजाय सामाजिक संदेश देगी.
. इशिता यादव का सीएम परिवार में आगमन न केवल खुशियां लाएगा, बल्कि युवा पीढ़ी को शिक्षा और सादगी का संदेश भी देगा. किसान की बेटी से डॉक्टर बनी इशिता की कहानी प्रेरणादायक है. प्रदेशवासी नवदंपति को शुभकामनाएं दे रहे हैं. बाबा महाकाल की कृपा से यह जोड़ी सुखी रहे, यही कामना है.

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