बौद्धिक प्रतिकार
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भोपाल। मध्यप्रदेश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया इस बार बेहद सख्ती और गहनता के साथ की जा रही है। भाजपा ने इस पूरी प्रक्रिया को संगठनात्मक मिशन के रूप में लेते हुए अपने बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) को महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा है। पार्टी हाईकमान ने साफ निर्देश दिए हैं कि बीएलए घर-घर जाकर मतदाता सूची का मिलान करें, फर्जी वोटरों को चिह्नित करें और यह सुनिश्चित करें कि किसी भी वास्तविक और पात्र मतदाता का नाम सूची से हटने न पाए। यह पूरी कार्रवाई पारदर्शिता और मतदाता सूची की शुद्धता को लेकर भाजपा की गंभीरता को दर्शाती है। पार्टी नेतृत्व ने अपने निर्देशों में यह भी जोड़ा है कि एसआईआर के दौरान बांग्लादेशी घुसपैठियों या किसी भी ऐसे व्यक्ति पर विशेष निगरानी रखी जाए, जो अवैध रूप से प्रदेश में रह रहा हो। भाजपा के बीएलए को यह जिम्मेदारी दी गई है कि यदि किसी भी स्थान पर ऐसे लोगों की उपस्थिति मिले तो तत्काल इसकी जानकारी चुनाव आयोग को दी जाए, ताकि निर्वाचन प्रक्रिया प्रभावित न हो और अवैध तत्वों का हस्तक्षेप रोका जा सके। प्रदेश में एसआईआर को लेकर पार्टी संगठन पूरी तरह सक्रिय हो गया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने संगठनात्मक 13 संभागों की समीक्षा और तैयारी बैठकों की शुरुआत कर दी है। उन्होंने सबसे पहले ग्वालियर संभाग की बैठक ली, जो कई कारणों से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। ग्वालियर में बीते समय में कई बांग्लादेशी नागरिकों के पकड़े जाने की घटनाएं सामने आई थीं।
ऐसे में एसआईआर की पहली बैठक ग्वालियर से शुरू करना पार्टी की रणनीति का स्पष्ट संकेत माना जा रहा है। दो दिन पहले मुख्यमंत्री निवास पर भी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें एसआईआर की विस्तृत रणनीति, पार्टी संगठन की भूमिकाएं और विभिन्न स्तरों की जिम्मेदारियों पर चर्चा की गई। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश के सभी मंत्री, सांसद, विधायक, संभागीय पदाधिकारी और वरिष्ठ नेता अपने-अपने बूथ, क्षेत्रों और जिलों में एसआईआर की प्रगति पर लगातार नजर रखेंगे। हर स्तर पर जवाबदेही तय की गई है और एसआईआर के दौरान होने वाली प्रत्येक गतिविधि को उच्च स्तर तक पूरी पारदर्शिता के साथ संप्रेषित किया जाएगा।
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