Top News

मैटरनिटी अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज पोर्न साइट पर बेचें, 50 हजार महिलाओं की निजता दांव पर लगी Maternity hospital CCTV footage sold on porn site, privacy of 50,000 women at stake!

देश भर को परेशान करने वाला साइबर स्कैंडल सामने आने के बाद देश की लगभग 50 हजार महिलाओं की निजता दांव पर लग गई है। इसके साथ ही साइबर क्राइम में इतना बड़ा मामला सामने आया है कि साइबर पुलिस के हाथ पांव फूल गए है। फिलहार पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया है लेकिन इस घटना ने पूरे देश के मैटरनिटी अस्पतालों की सुरक्षा पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है।



 पोर्न मार्केट में 4000 रुपए तक बिके वीडियोगुजरात के राजकोट में एक मैटरनिटी अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज पोर्न मार्केट में पहुंच गए है। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण हैकर्स ने आसानी से सीसीटीवी सिस्टम हैक कर लिया और महिलाओं के अंतरंग वीडियो चुरा लिए। इन वीडियो को टेलीग्राम ग्रुप में 700 से 4000 रुपये तक में बेचा गया।

एक साल में 50 हजार वीडियों हैकर्स ने चुराएसाइबर हैकर्स ने अस्पतालों के सीसीटीवी सिस्टम का एक्सेस एक साल तक हैंक रखा और देशभर से 50 हजार क्लिप चुराए। इसकी भनक लगने पर साइबर पुलिस ने फरवरी 2025 में अपराधियों को गिरफ्तार किया। अस्पताल प्रशासन की एक लापरवाही के चलते  उन्होंने सीसीटीवी का एक्सेस पासवर्ड इतना मामूली रखा था कि वह आसानी से हैकर्स का निशाना बन गया।


अंतरराष्ट्रीय पोर्न फेटिश नेटवर्क पर लोड़ हुए वीडियोंसाइबर हैकर्स ने न सिर्फ अस्पताल के सीसीटीवी सिस्टम को हैक किया, बल्कि स्त्री रोग वार्ड में जांच की जा रही महिलाओं के घंटों के अंतरंग फुटेज चुरा लिए। इतना ही नहीं, उन्हें पैसे कमाने से लिए इन फुटेज को एक अंतरराष्ट्रीय पोर्न फेटिश नेटवर्क में डाल दिया। अब यह मामला भारत के सबसे परेशान करने वाले साइबर स्कैंडल बन गया है।

यूट्यूब चैनलों पर शेयर हुए वीडियोंमामला तब सामने आया, जब मेघा एमबीबीएस और सीपी मोंडा नाम के यूट्यूब चैनलों पर अस्पताल के टीजर क्लिप शेयर किए गए। इसके बाद वीडियो में दिलचस्पी रखने वाले लोगों को एक टेलीग्राम ग्रुप जॉइन करने के लिए बोला गया। इसी टेलीग्राम ग्रुप में ये वीडियो 700 से 4000 रुपये की कीमत में बेचे गए। देशभर से केवल 9 महीने में ऐसे 50 हजार क्लिप चुराए गए हैं। फरवरी 2025 में इन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में पता चला कि मामला सिर्फ राजकोट तक ही सीमित नहीं है। पुणे, मुंबई, नासिक, सूरत, अहमदाबाद और दिल्ली में भी ऐसी घटनाओं की पुष्टि हुई है।

Post a Comment

Previous Post Next Post