प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार दौरे पर हैं और विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार का आगाज करेंगे। पीएम मोदी बिहार के समस्तीपुर में समाजवादी नेता और पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर के जन्मस्थान जाएंगे और समस्तीपुर और बेगूसराय में दो चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर के जन्मस्थान जाने पर कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या ये सच नहीं है कि जनसंघ ने ही अप्रैल 1979 में बिहार में कर्पूरी ठाकुर की सरकार गिराई थी?जयराम रमेश ने लगाए आरोप
कांग्रेस ने ये भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री और उनकी 'ट्रबल इंजन सरकार' ने बिहार में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए 65 प्रतिशत आरक्षण दिलाने के लिए कुछ नहीं किया। कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि 'क्या ये मानी हुई बात नहीं है कि जनसंघ, जिससे भाजपा बनी, ने अप्रैल 1979 में बिहार में कर्पूरी ठाकुर की सरकार गिरा दी थी क्योंकि तत्कालीन सीएम कर्पूरी ठाकुर ने अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण लागू किया था?'
सरकार ने जातीय जनगणना का विरोध किया कांग्रेस नेता ने लिखा कि 'क्या ये सच नहीं है कि उस समय संघ और जनसंघ के नेताओं ने कर्पूरी ठाकुर को सबसे ज्यादा गालियां दी थीं?' जयराम रमेश ने पूछा, 'क्या यह सच नहीं है कि 28 अप्रैल, 2024 को उन्होंने खुद जाति जनगणना की मांग करने वालों को 'शहरी नक्सली' कहा था और संसद (20 जुलाई 2021) और सुप्रीम कोर्ट (21 सितंबर 2021) दोनों में उनकी सरकार ने जाति जनगणना को साफ तौर पर खारिज कर दिया था?'
कांग्रेस नेता ने कहा, 'क्या यह सच नहीं है कि उन्होंने और उनकी परेशानी पैदा करने वाली सरकार ने राज्य में अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, OBC और EBC के लिए बिहार के 65% आरक्षण कानून को भारत के संविधान के तहत सुरक्षा देने के लिए कुछ नहीं किया, यह वही सुरक्षा है जो कांग्रेस सरकार ने सितंबर 1994 में तमिलनाडु में इसी तरह के कानून को दी थी?'

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