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TCS को पीछे छोड़ बनी तीसरी सबसे वैल्यूएबल कंपनी, अब भारती एयरटेल ने बदल दिया CEO; किसे मिली जिम्मेदारी?After surpassing TCS to become the third most valuable company, Bharti Airtel has now changed its CEO; who has been given the responsibility?

 मध्य प्रदेश के सतना में संक्रमित खून चढ़ाने के मामले में पब्लिक हेल्थ और फैमिली वेलफेयर डिपार्टमेंट ने डॉ. योगेश भरसत (सीईओ, आयुष्मान भारत) की अध्यक्षता वाली सात सदस्यीय समिति की शुरुआती जांच रिपोर्ट के आधार पर सख्त कार्रवाई की है। मामले में कई लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है।


जिन लोगों को सस्पेंड किया गया है, उनमें डॉ. देवेंद्र पटेल (पैथोलॉजिस्ट और ब्लड बैंक इंचार्ज), राम भाई त्रिपाठी (लैब टेक्नीशियन) और नंदलाल पांडे (लैब टेक्नीशियन) शामिल हैं।

कारण बताओ नोटिस भी जारी

सतना जिला अस्पताल के पूर्व सिविल सर्जन डॉ. मनोज शुक्ला को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्हें इसके जवाब में लिखित स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है और अगर स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया तो सख्त विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

16 दिसंबर 2025 को स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल (SBTC) के डायरेक्टर डॉ. योगेश भरसत (IAS) की अध्यक्षता में एक राज्य-स्तरीय समिति बनाई गई थी। इसकी शुरुआती रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है।

क्या है मामला?

जांच में सामने आया कि तीनों आरोपी जिला अस्पताल के सामने स्थित एक चाय दुकान पर बैठकर मरीजों और उनके परिजनों से 4500 रुपये में ब्लड उपलब्ध कराने का दावा कर रहे थे। आरोप है कि वे लंबे समय से अस्पताल परिसर में सक्रिय रहकर जरूरतमंदों को अपने जाल में फंसाते और अवैध रूप से रक्त की आपूर्ति करते थे।

एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए जिला अस्पताल परिसर में सक्रिय खून की दलाली का खुलासा हुआ। कार्रवाई में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गुरुवार को एसडीएम सिटी राहुल सिलड़िया के निर्देश पर उनके ड्राइवर रजनीश साहू को ग्राहक बनाकर रक्त खरीदने के लिए भेजा गया।

इस दौरान पूरे सौदे का वीडियो रिकॉर्ड किया गया। स्टिंग के आधार पर एसडीएम और पुलिस की संयुक्त टीम ने रजनीश, मोहम्मद कैफ और अनिल गुप्ता को रंगे हाथों पकड़ लिया।

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