टेलीग्राम पर फैला रहा था कट्टरपंथ का जहर... गुजरात ATS के हत्थे चढ़ा शवारमा बेचने वाले हैदराबादी डॉक्टर के बारे में जान लीजिए
गुजरात एटीएस ने शुक्रवार को हैदराबाद के डॉक्टर अहमद मोहुद्दीन साईयद को गिरफ्तार किया है। डॉक्टर पर जहरीले पदार्थ रिसिन का इस्तेमाल करके आतंकी हमले की साजिश रचने का आरोप है। वह हैदराबाद में शवारमा का बिजनेश चला रहा था।
हैदराबाद के डॉक्टर अहमद मोहुद्दीन साईयद को गुजरात एटीएस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। डॉक्टर पर आरोप है कि वह जहरीले पदार्थ रिसिन का इस्तेमाल करके आतंकी हमले की साजिश रच रहा था। डॉक्टर के पास चीन से एमबीबीएस की डिग्री है और वह हैदराबाद में शवारमा का बिजनेश चला रहा था।आरोपी डॉक्टर तीन लोगों के मॉड्यूल का हिस्सा
हैदराबाद के राजेंद्रनगर का रहने वाला आरोपी डॉक्टर तीन लोगों के एक मॉड्यूल का हिस्सा था, जिन पर देश विरोधी गतिविधियों की साजिश रचने का आरोप है। उसने अपने परिवार को बताया था कि वह काम के सिलसिले में गुजरात जा रहा है।
दूसरों को भी कट्टरपंथी बना रहा था डॉक्टर
जांचकर्ताओं का कहना है कि डॉक्टर को सोशल मीडिया पर कट्टरपंथी बनाया गया था। कट्टरपंथी बनने के बाद आरोपी टेलीग्राम पर आतंकवाद से जुड़े आपत्तिजनक पोस्ट कर रहा था। डॉक्टर पर आरोप है कि वह दूसरों को भी कट्टरपंथी बना रहा था और उसका संपर्क इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस से जुड़े कथित हैंडलर अबू खदीजा से था।
कई लोगों के साथ मिले आपत्तिजनक चैट
जांचकर्ताओं का कहना है कि आरोपी डॉक्टर अहमद मोहुद्दीन साईयद के कई लोगों के साथ आपत्तिजनक चैट मिले हैं। वह कई टेलीग्राम ग्रुप्स का भी हिस्सा थे। जांचकर्ताओं ने बताया कि आरोपी समान विचारधारा वाले लोगों के संपर्क में आने के बाद उनके साथ चैट शुरु करता था। आरोपी डॉक्टर का संपर्क अबू खदीजा नाम के एक हैंडलर से था। जांचकर्ताओं ने आगे बताया कि आरोपी डॉक्टर आतंकवाद से जुड़े मुद्दों पर बात करके दूसरों को कट्टरपंथी बना रहा था।
जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में श्रीनगर में पोस्टर लगाने वाले डॉ. आदिल का सहारनपुर, श्रीनगर पुलिस, एटीएस सहारनपुर से श्रीनगर तक कनेक्शन खंगालने में लगी हैं। यूपी के सहानपुर के जिस अस्पताल में डॉ. अदील तैनात था, वहां सोमवार सुबह से ही कई राज्यों की पुलिस व खुफिया एजेंसियों ने डेरा डाल रखा था। अस्पताल के प्रबंधन, वहां तैनात चिकित्सकों व स्टाफ से बारी बारी से घंटों तक पूछताछ की। सोमवार सुबह अस्पताल में जम्मू कश्मीर पुलिस पहुंची। आतंक के डॉक्टरों ने मिलकर अपना स्लीपर मॉड्यूल खड़ा किया था। यह स्लीपर मॉड्यूल पिछले पांच साल से लगातार काम कर रहा था। खुफिया तरीके से आतंकी संगठनों के लिए भर्ती की गई और आतंक फैलाने के नए-नए तरीके निकाले गए। फिलहाल ये सभी जैश ए मोहम्मद और अंसार गजवत उल हिंद के लिए काम कर रहे थे।

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