देवास। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को किसानों के लिए बड़ी राहत की घोषणा करते हुए भावांतर योजना के तहत 1 लाख 33 हजार सोयाबीन किसानों के खातों में कुल 233 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने किसानों को फसलों का उचित मूल्य दिलाने के लिए भावांतर योजना की शुरुआत की। सीएम ने देवास से इस योजना की राशि जारी करते हुए कहा कि “किसान को उसकी मेहनत का सही मूल्य दिलाना सरकार का पहला कर्तव्य है। हमारी सरकार किसानों का भला करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है।” उन्होंने आगे कहा कि राज्य में दूध उत्पादन को भी बढ़ावा दिया जाएगा और पशुपालन को प्रोत्साहन देने के लिए नई योजनाएं लागू की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आगामी 1 दिसंबर को गीता जयंती पूरे प्रदेश में मनाई जाएगी, और नगर पालिका व नगर परिषद स्तर पर गीता भवन खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि आने वाला वर्ष कृषि आधारित उद्योगों के लिए समर्पित रहेगा। गेहूं का समर्थन मूल्य धीरे-धीरे 2700 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ाया जाएगा। अपने भाषण के दौरान उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा, “कांग्रेसी रोते रहेंगे, हम योजनाओं का लाभ देते रहेंगे। सीमा पर जवान और खेत में किसान दोनों देश की रीढ़ हैं।” उन्होंने बताया कि किसानों की मेहनत के कारण ही मध्य प्रदेश आज देश का “सोयाबीन स्टेट” कहलाता है और हर वर्ष केंद्र सरकार भी समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी कर रही है।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान देवास को 188 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात भी दी और कहा कि “घर-आंगन में गाय और बछड़े होने से आनंद आता है। दूध उत्पादन बढ़ाना प्रदेश की प्राथमिकता है।” कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुलिस लाइन स्थित कार्यक्रम स्थल पर लगाई गई कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। उन्होंने रोटावेटर, ड्रोन, सुपर सीडर, मल्चर, फर्टीलाइजर ब्रॉडकास्टर, भूसा लोडर, लेजर एंड लेवलर, रीपर कम बाइंडर, स्प्रे पंप, सीड ग्रेडर सहित अनेक आधुनिक कृषि यंत्रों को देखा और किसानों से उनकी उपयोगिता पर चर्चा की। इसके अलावा कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा लगाई गई जैविक एवं प्राकृतिक खेती प्रदर्शनी का भी उन्होंने अवलोकन किया और किसानों को नई तकनीक अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आधुनिक खेती ही भविष्य का आधार बनेगी और प्रदेश को समृद्ध बनाने की दिशा में किसान सबसे बड़ी शक्ति हैं।

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