मुंबई के पवई इलाके में स्थित RA स्टूडियो में बच्चों को बंधक बनाने वाला रोहित आर्या गुरुवार को पुलिस एनकाउंटर में मारा गया. उसने वेब सीरीज के ऑडिशन के लिए बुलाकर 17 बच्चों सहित 20 लोगों को बंधक बना लिया था. रोहित ने एक वीडियो जारी कर बच्चों को बंधक बनाने की जानकारी दी. सूचना मिलते ही मुंबई पुलिस के हाथ-पांव फूलने लगे. तत्काल मौके पर एक भारी पुलिस बल पहुंच गया. इस दौरान क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) को भी बुलाया गया, जिसमें से एपीआई अमोल वाघमारे ने रोहित को मार गिराया.
जानकारी के अनुसार, पवई स्थित RA स्टूडियो में पिछले 10 दिनों से एक वेब सीरीज के ऑडिशन चल रहा था. इस ऑडिशन के लिए बच्चों को बुलाया गया था. बच्चे सुबह 10 बजे ऑडिशन के लिए जाते थे और फिर रात 8 बजे बच्चे स्टूडियो से निकल जाते थे. इस बीच उन्हें दोपहर में लंच ब्रेक मिलता था, जिसके लिए बाहर जाते थे. हालांकि, गुरुवार को वह लंच के लिए बाहर नहीं आए. इस बात से उनके परिजन काफी घबरा गए.
बच्चों को बनाया गया था बंधक
इसके बाद रोहित ने एक वीडियो जारी कर बच्चों को बंधक बनाने जानकारी दी. वीडियो में उसने कहा था कि वह कुछ सवाल पूछना चाहता है. उसे कुछ कहना है. हालांकि, उसने वीडियो में यह नहीं बताया था कि उसकी मांग क्या थी. इसलिए यह पता नहीं चल सका कि उसने बच्चों को बंधक क्यों बनाया था. सूचना मिलते ही पुलिस और क्यूआरटी की टीम तत्काल RA स्टूडियो पहुंच गई.
अमोल वाघमारे ने मारी रोहित को गोली
क्यूआरटी टीम में एपीआई अमोल वाघमारे भी शामिल थे, जिन्होंने कमांडो ट्रेनिंग ली हुई है. वह फायर ब्रिगेड की एक ऊंची सीढ़ी की मदद बाथरूम का शीशा तोड़कर स्टूडियो में दाखिल हुए. इस दौरान रोहित के हाथ में गन देखकर उन्होंने उस पर फायरिंग कर दी. एक गोली रोहित के सीने में दाहिने तरफ लग गई. जिससे उसकी मौत हो गई. हालांकि, बाद में जांच में सामने आया है कि रोहित के पास मौजूद हथियार एयर गन था.
वाघमारे की बहादुरी की वजह से एक बड़ा हादसा टल गया और बंधकों की जान बच गई. नहीं तो एक बच्चों की जान खतरे में पड़े सकती थी. पुलिस ने मृतक रोहित के पास से एयर गन के साथ-साथ एक केमिकल भी बरामद किया गया है.

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