मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में कफ सिरप 'कोल्ड्रिफ' पीने से बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस 'जहरीले सिरप' पीने से एक और मासूम की जान चली गई। बच्चा किडनी फेलियर की गंभीर समस्या से जूझ रहा था और नागपुर के GMC अस्पताल में भर्ती था। इस जहरीले कफ सिरप से छिंदवाड़ा में अब तक 21 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि पूरे प्रदेश में मृतकों का आंकड़ा 24 तक पहुंच गया है।
मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है। इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की मौत के बाद प्रशासन की नींद खुली है। अब ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां हो रही है। मामले में तमिलनाडु की श्रीसन फार्मास्यूटिकल के मालिक रंगनाथन गोविंदन को चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया गया है। रंगनाथन को चेन्नई की एक अदालत में पेश किया जाएगा और फिर ट्रांजिट रिमांड के बाद छिंदवाड़ा लाया जाएगा।कंपनी पर 'कोल्ड्रिप' कफ सिरप को बच्चों के लिए जानलेवा साबित होने का गंभीर आरोप है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने AIIMS नागपुर का दौरा किया और कफ सिरप पीने के बाद इलाज करा रहे पीड़ितों से मुलाकात की।उन्होंने कहा, "कफ सिरप की घटना में बीमार बच्चों से मैं मिलने आया। सभी लोग प्रयास कर रहे हैं कि किसी को कष्ट ना हो और बेहतर से बेहतर इलाज हो। उम्मीद करेंगे कि बच्चे जल्दी से जल्दी स्वस्थ हो जाएं। सारी व्यवस्था सरकार द्वारा की जा रही है।"
कफ सिरफ से एक और बच्चे ने तोड़ा दम
वहीं, जांच में सामने आया है कि छिंदवाड़ा के परासिया सिविल अस्पताल में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीन सोनी अपने निजी क्लीनिक में बच्चों का इलाज कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बच्चों को ऐसी दवाएं दीं, जिनके सेवन के बाद बच्चों को तेज बुखार और पेशाब में दिक्कत जैसी समस्याएं शुरू हुईं, जो आगे चलकर किडनी फेलियर का कारण बनीं। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण सोनी को भी गिरफ्तार किया गया है। साथ ही उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है।
आंकड़ों पर उलझे छिंदवाड़ा कलेक्टर
सबसे हैरान करने वाला वाक्या आज सामने आया जब छिंदवाड़ा के कलेक्टर से पत्रकारों ने बच्चों की मौक का आंकड़ा पूछा तो अंदाजा लगा कर जवाब दे रहे थे। कल ही छिंदवाड़ा में उपमुख्य मंत्री ने बताया कि अब तक 20 बच्चों की मौत हुई। आज छिंदवाड़ा कलेक्टर हरेंद्र नारायण ने अपने बयान में कहा 14 मौतें हुई है।

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