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मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने अखिलेश यादव के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस प्रकार का बयान अखिलेश नाम का व्यक्ति दे सकता है, यह आश्चर्य की बात है। उन्होंने अखिलेश के परिवार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि यादव परिवार ने हमेशा सनातन धर्म का विरोध किया है और हिंदू मतावलंबियों के खिलाफ कार्रवाई की है। विशेष रूप से, उन्होंने 1990 के दशक में बाबरी मस्जिद विध्वंस के दौरान कारसेवकों पर गोली चलवाने का जिक्र किया। सारंग ने कहा कि जिस परिवार ने कारसेवकों पर गोली चलवाई है, उनके पेट में दर्द जरूर होगा जब अयोध्या में रामलला के मंदिर में दीप प्रज्वलित होंगे।
यह बयान छोटे कारीगरों पर कुठाराघात हैंसारंग ने दीप प्रज्वलन के धार्मिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि दीप प्रज्वलित होना केवल बाती में अग्नि लगाना नहीं है, यह अंधियारे पर उजियारा लाने के संकल्प का प्रतीक है। हर पूजा से पहले दीप प्रज्वलित किया जाता है, और यह हमारी सनातन परंपरा का प्रमुख अंग है। उन्होंने सवाल उठाया, "क्या अखिलेश पूजा नहीं करते? इस प्रकार के बयान देना सनातन का विरोध करने के साथ ही छोटे कारीगरों पर कुठाराघात भी है। मंत्री ने बताया कि छोटे कारीगर दीये बनाकर अपना जीविकोपार्जन करते हैं, और अखिलेश का बयान इन कारीगरों की आजीविका पर सीधा प्रहार है। अंत में, सारंग ने तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश के परिवार ने क्या धर्म परिवर्तन कर लिया है? क्योंकि सनातन का पालन करने वाला दीपक का विरोध करे, यह आश्चर्यजनक है।
यह कहा था अखिलेश यादव ने बता दें समाजवादी के प्रमुख अखिलेश यादव ने धनतेरस के अवसर पर पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि मैं कोई सुझाव नहीं देना चाहता, लेकिन भगवान राम के नाम पर सुझाव जरूर देना चाहूंगा। अखिलेश ने कहा कि क्रिसमस के समय पूरे शहर जगमगा जाते हैं और पूरे महीने जगहमगा कर रखते हैं। उन्होंने कहा कि दीयों और मोमबत्ती का क्यों बार बार खर्चा करना। अखिलेश यादव ने यह बयान उत्तरप्रदेश की योगी सरकार के हर साल अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव को लेकर दिया।

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