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आप कितने सामाजिक हैं: कुछ रिश्ते ऐसे जरूर हों, जिनके साथ अपना दुख-सुख बांट सकें How social are you: You must have some relationships with whom you can share your joys and sorrows



विभास श्रीरसागर

आम धारणा है कि जो लोग अधिक मिलनसार होते हैं और जिनकी याददाश्त 20 वर्ष छोटे लोगों जैसी होती, उनके स्वस्थ और लंबा जीने की संभावना अधिक होती है। लेकिन, विशेषज्ञ कहते हैं कि जो लोग अंतर्मुखी होते हैं, उन्हें इस धारणा से घबराने की जरूरत नहीं और लंबा व स्वस्थ जीवन जीने के लिए हर पार्टी की जान बनने की भी जरूरत नहीं है। यदि आपके वर्तमान रिश्ते इन चार मानदंडों में से एक या दो बातों में चूक रहे हैं, तो समय है  कि अपने सामाजिक नेटवर्क का पुनर्मूल्यांकन करें। 

भावनात्मक संबल:यह आम तौर पर कुछ करीबी मित्रों या परिवार के सदस्यों से मिलता है। ये ऐसे लोग होते हैं, जिन पर आप भरोसा करते हैं और बात करने में सहज महसूस करते हैं। जब लोग अकेलापन महसूस करते हैं, तब अक्सर उन्हें भावनात्मक समर्थन की जरूरत होती है। विशेषज्ञों के अनुसार, अकेलापन तनाव बढ़ाता है। लंबे समय तक तनाव में रहने से सूजन, हृदय रोग, कैंसर आदि बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

निर्भर न रहें:जो लोग भावनात्मक सहायता करते हैं, वे हमारे दैनिक जीवन को आसान बना देते हैं, जैसे आपको एयरपोर्ट पर छोड़ना हो या फिर बीमारी में भोजन उपलब्ध करवाना। यह नेटवर्क तब और महत्वपूर्ण हो जाता है, जब आप किसी बड़ी मुसीबत में हों, जैसे नौकरी छूट जाना या गंभीर बीमारी का पता चलना। मनोवैज्ञानिक और न्यूरोसाइंटिस्ट डॉ. जूलियन होल्ट-लुनस्टैड कहती हैं, ‘चार से छह लोगों से घनिष्ठ संबंध रखना एक अच्छा लक्ष्य है, ताकि किसी एक पर ही ज्यादा निर्भर न रहना पड़े।’स्वस्थ आदतें:शोध बताते हैं कि जिन लोगों का सामाजिक नेटवर्क सहयोगात्मक होता है, वे व्यायाम और स्वस्थ आहार करने के साथ ही डॉक्टर के पास जाने और निर्धारित दवाएं लेने की अधिक संभावना रखते हैं।

 कुछ लोगों के लिए जीवनसाथी और बच्चे प्रेरक भूमिका निभा सकते हैं। जब आप अपने सामाजिक संबंधों की परवाह करते हैं, तो आप ऐसे काम करना चाहते हैं, जिनसे आपका स्वास्थ्य बेहतर हो, ताकि आप उनमें भाग लेना जारी रख सकें।अजनबियों से बात:विशेषज्ञ घर या करीबियों से परे देखने की सलाह देते हैं। ऐसा इसलिए है, क्योंकि अजनबियों या अपरिचितों के साथ बातचीत करने के लिए आपको अधिक संज्ञानात्मक प्रयास की आवश्यकता हो सकती है। कई बार किराने की दुकान पर, मेट्रो में सफर के दौरान या अपने नजदीकी कॉफी शॉप में होने वाली अनौपचारिक बातचीत संज्ञानात्मक उत्तेजना प्रदान करने के साथ ही फायदेमंद होती है।

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