2022 के गुजरात विधानसभा चुनावों में रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद शुक्रवार को गांधीनगर में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के कैबिनेट में पहला फेरबदल और विस्तार होगा। इसको लेकर गांधीनगर में राजनीति गर्म है। बीजेपी ने दिवाली के बाद शुरू होने वाली गुजराती नववर्ष से पहले सीएम भूपेंद्र पटेल को युवा जोश वाली टीम देने का तैयारी की है, लेकिन गुजरात में बाबा वेंगा की तरह सटीक अनुमान लगाने वाले मौसम विज्ञानी और भविष्यवक्ता अंबालाल पटेल ने बड़ी भविष्यवाणी कर दी है। अंबालाल पटेल ने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का काम ठीक है लेकिन आने वाले साल में गुजरात में और आंदोलन होंगे। गौरतलब हो कि अंबालाल पटेल ने यह चेतावनी ऐसे वक्त पर जारी की है जब राज्य में आप की अगुवाई में सौराष्ट्र में किसान लामबंद हैं।
अंबालाल पटेल की बड़ी चेतावनीअंबालाल पटेल ने 'जी-24 कलाक' से बातचीत में कहा कि भूपेंद्र पटेल का शासन काफी ठीक है लेकिन आने वाले साल में खूब आंदोलन की संभावना बन रही है। उन्हाेंने कहा कि यह बात वह ज्योतिष के आधार पर कह रहे हैं। अंबालाल पटेल यहीं पर नहीं रुके, उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा कहना चाहिए लेकिन राज्य में लोग डर की वजह से नहीं बोल रहे हैं। अंबालाल पटेल ने कहा ऐसा इसलिए होगा क्योंकि राज्य में लोगों को स्प्रिंग की तरह दबाकर रखा गया है। उन्होंने कहा मैं बुजुर्ग हूं, यह सही है कि विरोध आने वाले समय में स्प्रिंग की उछलने के अंदाज में सामने आएगा। गौरतलब हो कि बोटाद में पुलिस द्वारा आंदोलन दबाए जाने के आरोप लग रहे हैं। अंबालाल पटेल ने कहा ऐसे में सरकार को ध्यान अधिक रखना होगा। गुजरात की स्थिति दबाई हुई स्प्रिंग जैसी है।
दिवाली के अगले दिन नया सालगुजरात में दिवाली के बाद अगले दिन नववर्ष की शुरुआत हो जाती है। इस मौके पर लंबी छुट्टी होती है। इसके बाद लाभ पाचम के साथ फिर से बहीखाते खुलते हैं। सरकार और तमाम व्यवसायिक संस्थानों में काम शुरू होता है। अंबालाल पटेल का कहना है उनका अनुमान ज्योतिष के आधार पर है। बीजेपी को ज्यादा ध्यान रखना होगा। इस बार गुजरात में ज्यादा आंदोलन होंगे। उन्होंने यह भी कहा विकारात रुप में सामने आएंगे। गौरतलब हो कि बीजेपी ने 2027 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए ही बिहार चुनावों के बीच भूपेंद्र पटेल मंत्रिमंडल की सर्जरी का फैसला लिया है। गुजरात में सत्तारूढ़ बीजेपी के सामने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ही दो विपक्षी दल हैं।

Post a Comment